-वाटर पोर्टल, लगातार बारिश से बिहार में कई नदियां ऊफान पर हैं, जिससे बाढ़ के हालात बनने लगे हैं। इस बीच मौसम विज्ञान विभाग ने अगले दो-तीन दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। भारी बारिश का पूर्वानुमान भारतीय मौसमविज्ञान विभाग के पटना मौसमविज्ञान केंद्र की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, उत्तर बिहार के जिलों में तेज बारिश हो सकती है। प्रेस विज्ञप्ति में...
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मनरेगा जरूरी या मजबूरी-7: शहरी श्रमिकों को भी देनी होगी रोजगार की गारंटी
-डाउन टू अर्थ, 2005 में शुरू हुई महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना एक बार फिर चर्चा में है। लगभग हर राज्य में मनरेगा के प्रति ग्रामीणों के साथ-साथ सरकारों का रूझान बढ़ा है। लेकिन क्या यह साबित करता है कि मनरेगा ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है या अभी इसमें काफी खामियां हैं। डाउन टू अर्थ ने इसकी व्यापक पड़ताल की है, जिसे एक सीरीज के तौर...
More »महामारी की आड़ में जनता को जनसुनवाई से महरूम करने की कोशिश?
-न्यूजलॉन्ड्री, लॉकडाउन के समय जनता घर में बंद थी और लाखों मजदूर सड़क पर थे. ऐसे में केंद्र सरकार ने पूर्व में बनाए गए कई नियम-कानूनों में ऐसे संशोधन प्रस्तावित कर दिए जिन्हें यदि वह सामान्य समय में प्रस्तावित करती तो उसे कड़े विरोध का सामना करना पड़ता. इन प्रस्तावित संशोधनों में सबसे महत्वपूर्ण संशोधन है केंद्रीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन (ईआईए यानी एनवायरमेंट इंपैक्ट ऐससमेंट)...
More »डीजल के दाम बढ़ने के कारण अब बैलगाड़ी से कूड़ा उठाएगी यूपी की योगी सरकार
-इंडिया टूडे, पेट्रोल, डीजल के बढ़ते दामों की तपिश आम नागरिक ही नहीं यूपी के कई सरकारी विभाग भी महसूस करने लगे हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते हुए लॉकडाउन ने सरकार की आमदनी भी घटाई है. इस बीच डीजल के बढ़े दाम ने कोढ़ में खाज का काम किया है. इस संकट से निबटने के लिए विभाग नए-नए उपाय कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ कानपुर के नगर...
More »इकोसिस्टम में आ रही गिरावट का परिणाम हैं बढ़ती महामारियां: शोध
-डाउन टू अर्थ, हम इंसानों द्वारा पर्यावरण का जिस तरह से विनाश किया जा रहा है, वो महामारियों के खतरे को और बढ़ा रहा है| साथ ही इकोसिस्टम में आ रही गिरावट इन बीमारियों से निपटना मुश्किल बना रही हैं| यह जानकारी हाल ही में किये गए एक शोध से सामने आई है| जोकि यूनिवर्सिटी ऑफ इंग्लैंड और एक्सेटर विश्वविद्यालय की ग्रीनपीस रिसर्च लेबोरेटरीज द्वारा किया गया है| इस शोध के...
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