बाहरी दिल्ली, जासं : दिल्ली पुलिस, श्रम विभाग व बचपन बचाओ आंदोलन की संयुक्त टीम ने वजीरपुर जेजे कॉलोनी स्थित फैक्टरियों में छापेमारी कर वहां काम करते नौ बाल मजदूरों को मुक्त कराया। बाद में उन्हें सेवा कुटीर भेज दिया गया। सभी बच्चे समस्तीपुर मधुबनी व मुजफ्फरपुर बिहार के रहने वाले हैं। पुलिस फैक्टरी मालिक मोहम्मद चांद व जावेद को गिरफ्तार कर मामले की जांच कर रही है। उत्तार पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त एनएस बुंदेला ने...
More »SEARCH RESULT
वेश्यावृत्ति से मुक्त हुई बच्चियों का पुनर्वास हो
नई दिल्ली, [जागरण ब्यूरो]। बाल वेश्यावृति पर गंभीर चिंता जताते हुए कोर्ट ने सरकार से उनका ठीक-ठाक पुनर्वास करने को कहा है। कोर्ट ने कहा कि उन्हें मुक्त करा कर गलियों में छोड़ देने से कुछ नहीं होगा। जब तक उनके पुनर्वास का ठीक-ठाक इंतजाम ना हो, सरकार उनकी शिक्षा और आश्रय का इंतजाम करे। कोर्ट ने ये टिप्पणियां बाल मजदूरी, वेश्यावृति और अंगों के व्यापार के लिए बच्चों की तस्करी की समस्या पर सुनवाई के...
More »नैनो परियोजना क्षेत्र पर खेती शुरू
सिंगूर। पश्चिम बंगाल के सिंगूर में टाटा की लखटकिया नैनो कार परियोजना लगने से पहले ही उखड़ जाने के बाद अब वहां स्वेच्छा से जमीन देने वाले ज्यादातर किसानों ने परियोजना क्षेत्र की अपनी जमीन पर खेती फिर शुरू कर दी है। किसान काफी समय तक इस उम्मीद में अपने पारंपरिक पेशे से दूर रहे कि सिंगूर से हटने की टाटा समूह की घोषणा के मद्देनजर वहां औद्योगीकरण के लिए कोई सार्थक पहल होगी।...
More »ठंड से मजदूर की मौत
बठिंडा, जागरण प्रतितिधि : रामां रिफाइनरी में कार्यरत मजदूर की सोमवार रात्रि ठंड से हुई मौत के बाद मजदूर यूनियन ने प्रबंधकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि मंगलवार सांसद हरसिमरत कौर बादल ने भी रिफाइनरी का दौरा करना था, परंतु मजदूर की मौत के बाद चले हंगामे के चलते वह नहीं गई। थाना रामां पुलिस ने धारा 174 के तहत कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों के हवाले कर दिया। मजदूरों का विरोध...
More »मुर्दो के बीच जिंदों का आशियाना
मुजफ्फरपुर [मो. शमशाद]। यह मुर्दो का घर है। दुनिया इसे कब्रिस्तान के नाम से जानती है। हयात पूरी होने के बाद अपनों के कंधों पर लोग जनाजे की शक्ल में आकर यहां दफन हो जाते हैं। मगर, कुछ बदनसीब ऐसे भी हैं, जो हैं तो जिंदा मगर इनका आशियाना इन्हीं मुर्दो के बीच है। जी हां, यह उनकी मजबूरी है। कहीं आसरा नहीं मिला तो कब्रिस्तान को ही बना डाला घर। इस सच्चाई को...
More »