आंध्रप्रदेश के करीमनगर जिले में कपास की खेती करने वाले एक किसान ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. बताया जाता है कि किसान भारी वर्षा के कारण अपनी फसल को हुए नुकसान से परेशान था. पुलिस के मुताबिक चीरालावंचा गांव के निवासी वांगापल्ली रामरेड्डी ने कल कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि उसकी पूरी फसल बारिश के कारण खराब हो गई थी और वह उधार...
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कपास किसानों को तगड़ा मुनाफा
पंजाब के कपास किसानों के लिए यह वर्ष भी तगड़ा मुनाफे वाला साबित हो रहा है क्योंकि कपास के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2,800 रुपये प्रति क्विंटल से लगातार ऊपर बने हुए हैं। वजह यह है कि विभिन्न मंडियों में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में कपास की आवक कम हो रही है। इस वर्ष 11 अक्टूबर तक राज्य की मंडियों में कपास की आवक तकरीबन 28 फीसदी कम...
More »गन्ना मूल्य के निर्धारण को लेकर किसान इस बार पसोपेश में
नई दिल्ली | केंद्र सरकार के घोषित एफआरपी के बाद राज्यों के एसएपी तय किए जाने पर संदेह है। उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्य एसएपी घोषित करने को लेकर मौन साधे हुए हैं। इस स्थिति में यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि गन्ना इस बार किस मूल्य पर बिकेगा। भारी बारिश और बाढ़ के चलते उत्तर प्रदेश में गन्ने की फसल को हुए नुकसान से किसान पहले ही...
More »कृषकों को मार्केट से जोड़े सरकार
भोपाल. मप्र राज्य कृषक आयोग ने प्रदेश में रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध इस्तेमाल पर चिंता जताते हुए जैविक कृषि को बढ़ावा देने की अनुशंसा की है। साथ ही कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए उसे सीधे बाजार से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए जाने की जरूरत भी जताई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपी रिपोर्ट में आयोग ने कहा है कि खेती की मुख्य समस्या...
More »मुश्किल में किसान: पहले सूखे ने अब बाढ़ ने मारा
प्रेम सिंह, लखनऊ। बाढ़ से प्रभावित प्रदेश के 32 जिलों के लाखों किसान मुश्किल में आ गये हैं। इन जिलों में 67 लाख हेक्टेयर कुल क्षेत्रफल में से करीब साढ़े पांच लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर उगी फसलें कई दिनों से पानी में डूबी हुई हैं। पिछली बार सूखे ने प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में लाखों हेक्टेयर में बोयी गयी फसल सुखाकर किसानों को बेहाल किया था और इस...
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