नई दिल्ली [सुरेंद्र प्रसाद सिंह]। हड्डियों के कमजोर होने का खतरा, दांत पीले पड़कर गिरने का खतरा और ऐसे ही न जाने कितने और बीमारियों का अंदेशा। चौंकिए नहीं, हम धूम्रपान या नशीले पदार्थो की बात नहीं कर रहे। बल्कि यह मसला उस चावल का है जिसमें आर्सेनिक यानी संखिया के अंश मिले हैं। पूर्वी राज्यों के मुख्य भोजन में शामिल बोरो चावल आर्सेनिक की मौजूदगी के कारण अचानक खतरनाक हो गया है। यह जोखिम...
More »SEARCH RESULT
किसानों के मुफीद नहीं हैं फसल बीमा स्कीमें
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। केंद्र सरकार ने मौसम आधारित फसल बीमा योजनाओं [डब्लूबीसीआईएस] को तो लागू कर दिया है, लेकिन कई खामियों की वजह से यह किसानों के लिए बहुत उपयोगी साबित नहीं हो पा रही हैं। राज्य सरकारों की उदासीनता भी कहीं न कहीं इसके लिए जिम्मेदार है। प्रमुख उद्योग चैंबर फिक्की के मुताबिक केंद्र सरकार को सबसे पहले इन स्कीमों के लिए कम से कम तीन वर्ष अवधि की रणनीति बनानी चाहिए।...
More »सागर संभाग में किसानों को मिलेंगे 180 करोड़ के ऋण
भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर संभाग में इस वर्ष खरीफ फसलों के लिए किसानों को 180 करोड़ रुपए के ऋण वितरित किए जाएंगे। राज्य के कृषि उत्पादन आयुक्त एम.के. राय ने यहां आयोजित अधिकारियों की बैठक में बताया कि प्रदेश में एक जुलाई 2010 से किसानों के खेतों की उत्पादन क्षमता की जांच के लिए एक नई योजना प्रारंभ की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत...
More »खेती-किसानी की जानकारी एसएमएस से
हरिद्वार [जासं]। अब मौसम एवं कृषि की पल-पल की जानकारी उत्तराखंड के किसानों को मोबाइल पर उपलब्ध होगी। मौसम का मिजाज बदलने से फसलों को बचाने की उपयोगी जानकारी संदेश में होगी। उन्नत कृषि के गुर भी बताए जाएंगे। कृषि विज्ञान केंद्र धनौरी ने यह योजना शुरू की है। कृषकों को सही समय पर सही जानकारी उपलब्ध कराने के मकसद से यह योजना शुरू की गई है। अभी जनपद में यह सुविधा सिर्फ 50 कृषकों को...
More »धरती कहे पुकार के
ढ़ती हुई कीमतें उस आपदा का सिर्फ एक संकेत हैं, जिससे खेती जूझ रही है. दरअसल भारतीय कृषि क्षेत्र बुरी तरह से चरमरा रहा है. संकट से पार पाने के लिए नजरिए में बड़े बदलावों की जरूरत है. लेकिन कृषि मंत्री शरद पवार आपदा की इस आहट को सुनने के लिए तैयार नहीं. अजित साही और राना अय्यूब की रिपोर्ट सरकारी नीतियों से लेकर अखबार की सुर्खियों तक तरजीह पाने वाली...
More »