क्या गोरक्षकों द्वारा की जा रही हिंसा, कहने का अर्थ है कि गोमांस के नाम पर भारतीयों की हत्या, भारत की एक समस्या है? अगर ऐसा है, तो इसके हल के लिए क्या किया जा सकता है? वेबसाइट इंडियास्पेंड की रिपोर्ट के अनुसार, गोमांस के नाम पर 97 प्रतिशत हिंसा नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद हुई है. केंद्र और महाराष्ट्र, हरियाणा व अन्य दूसरे भाजपा शासित...
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11000 मीट्रिक टन मक्का बेच कर बनाया रिकार्ड
टना : बिहार में शराबबंदी के राज्य सरकार के फैसले के पीछे निर्णायक भूमिका निभानेवाली जीविका की दीदियों ने कारोबार में भी अपनी अलग पहचान बना रही हैं. उन्होंने इस साल अब तक 11 हजार मीट्रिक टन मक्के की खरीद-बिक्री कर जहां हजारों महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार लाने की पहल की है, वहीं उनके द्वारा तैयार की गयी अगरबत्ती आइटीसी कंपनी और शहद को डाबर कंपनी खरीद रही...
More »खेती में घाटा, कर्ज से परेशान किसान ने की आत्महत्या
जयपुर। राजस्थान के बारा जिले के किशनगंज में एक किसान ने कर्ज से परेशान हो कर आत्महत्या कर ली। किसान गांव के बाहर खेत में फंदा लगाकर झूल गया। सकरावदा गांव इस किसान का नाम संजय हैं। परिजनों के अनुसार वह खेती में हुए घाटे के बाद वह खास परेशान था। उस पर तीन लाख का कर्ज था और वह अपनी क्रेडिट लिमिट बढ़ाना चाहता था, लेकिन बैंक ने इससे मना...
More »किसान आंदोलन का हासिल -- योगेन्द्र यादव
महाराष्ट्र के एक गांव में शुरू हुई हड़ताल अब देश भर में किसान विद्रोह का रूप लेती जा रही है. सवाल है कि क्या यह विद्रोह सिर्फ उग्र विरोध बन कर रह जायेगा या फिर खेती-किसानी के लिए क्रांतिकारी परिवर्तन लायेगा? इस विद्रोह की चिंगारी से सिर्फ बस और ट्रक जलेंगे या कि इस आग में तप कर कुछ नया सृजन होगा? एक बात तो तय है. अहमदनगर जिले के...
More »कर्जमाफी नहीं है समाधान -- देविंदर शर्मा
इस हफ्ते की शुरुआत मध्य प्रदेश के 42 वर्षीय किसान रमेश बसेने की आत्महत्या के साथ हुई। हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर में बताया गया था कि उस पर 25,000 रुपये का कर्ज था। कुछ ही हफ्ते पहले महाराष्ट्र के एक किसान की 21 वर्षीया बेटी शीतल व्यंकट की आत्महत्या की भी दुखद खबर आई थी। अपनी शादी के लिए पैसे के इंतजाम को लेकर पिता की परेशानी उससे...
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