आजमगढ़ [जासं]। अन्याय सहना उन्होंने नहीं सीखा। फकत सात साल की थीं जब उन्होंने कदाचार के खिलाफ बिगुल फूंका। कीमत बड़ी चुकानी बड़ी अर्थात पढ़ाई छूट गयी लेकिन हौसले का साथ न छूटा। कदाचार के खिलाफ जंग जारी रही और वर्ष 2005 में कक्षा 2 पास यह महिला बनीं अपने गाव की मुखिया। बात हो रही है फूलमती त्रिपाठी की। वह अजमतगढ़ विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कादीपुर रजादेपुर की प्रधान हैं। मायका है...
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जापानी पुदीने की ओर बढ़ा किसानों का क्रेज
बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली मण्डल के चार जिलों में इन दिनों मेथा जापानी पुदीने उगाने का प्रचलन बढ़ रहा है। आधिकारिक सूत्नों ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि मण्डल के चारों जिलों बरेली, पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर में मेंथा पिपरेटा की पैदावार पहले से की जा रही थी लेकिन किसानों का रुझान जापानी पुदीने की ओर होने के बढ़ने के बाद क्षेत्न के किसानों की आर्थिक स्थित पहले की अपेक्षा बेहतर...
More »बकाया न मिलने पर किसान ने आत्मदाह किया
फिरोजपुर -आठ साल पहले बेची खेती की जमीन की 25 लाख की बकाया राशि न मिलने के चलते यहां के गांव गांव न्यू सतिये वाले के त्रिलोचन सिंह नामक एक किसान ने आत्मदाह कर लिया। खुद को आग लगाने की घटना सोमवार की है। मंगलवार को पीड़ित किसान की अस्पताल में मौत हो गई। इस मामले में थाना सदर पुलिस ने मरने से पहले त्रिलोचन सिंह पुत्र उजागर सिंह के बयान पर मोगा के...
More »अंधेरे में ज्ञान का जुगनू
राजस्थान के इस गांव में नाम भर को पढ़ा लिखा एक चरवाहा, बिना किसी सरकारी या दूसरे सहयोग के रात के अंधेरे में ज्ञान की रोशनी फैला रहा है. हरडी गांव अजमेर से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. आसपास के तमाम दूसरे गांवों की तरह ही हरडी भी बिजली, पानी, सड़क जैसे विकास के न्यूनतम प्रतिमानो से वंचित है. गड़रिया जाति बाहुल्य इस गांव के 12 किलोमीटर के दायरे में कोई प्राथमिक स्वास्थ्य...
More »एएचआरसी- मध्यप्रदेश में २८ आदिवासी बच्चों की कुपोषण से मौत
एशियन ह्यूमन राइटस् कमीशन(एएचआरसी) की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मध्यप्रदेश में 28 बच्चों ने कुपोषण के दुष्चक्र में दम तोड़ दिया है। एएचआरसी के अनुसार पीडित बच्चों के परिवार सरकारी योजनाओं के तहत भोजन और स्वास्थ्य के मद में फिलहाल दी जा रही सहायता से भी वंचित हैं। एएचआरसी ने अपनी सूचना का आधार मध्यप्रदेश की एक संस्था लोक संघर्षमंच और सूबे में चलने वाले भोजन के अधिकार अभियान की एक...
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