पश्चिमी दिल्ली, जागरण संवाददाता : मायापुरी कबाड़ मार्केट में मंगलवार को जिस दूसरी दुकान में रेडिएशन का मामला सामने आया था, वहां भी रेडिएशन कोबाल्ट-60 से ही हुआ। इस बार यह रेडियोधर्मी आइसोटोप सिलेंडर-नुमा दो रॉडों में मिला है। इस तरह एक हफ्ते के अंदर दूसरी बार मार्केट में कोबाल्ट-60 पाया गया है। पांच संस्थानों के 25 सदस्यों वाली विशेषज्ञों की टीम ने आधी रात से छह घंटे के अभियान के बाद दोनों रॉडों को सीसे...
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बेगूसराय में 32 साल बाद मामला दर्ज
छौड़ाही (बेगूसराय)। छौड़ाही से बाबा भोले को जल चढ़ाने देवघर गये युवक के अपहरण कर हत्या कर देने की एफआईआर आखिरकार 32 साल बाद कोर्ट के आदेश से खोदाबन्दपुर थाना में दर्ज हुई। लापता युवक छौड़ाही निवासी भगलू साहु के भाई राम नारायण साहु ने सीजेएम बेगूसराय के कोर्ट में नालसी संख्या 2408/09 सी दर्ज करवाया था। जिसमें कहा गया था कि ग्रामीण युगल किशोर लाल, मीरा देवी, राजेन्द्र चौधरी, दिनेश चौधरी, रमेश चौधरी,...
More »सामाजिक अंकेक्षण ने खोली भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की राह
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में सिलसिलेवार सामाजिक अंकेक्षण से नरेगा के कामों में गंभीर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। सामाजिक अंकेक्षण की एक परिणति कई सरकारी अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने में हुई है । सामाजिक अंकेक्षण से नरेगा के अंतर्गत काम करने वाले मजदूरों को करोड़ों रुपये की बकाया मजदूरी का भुगतान भी हासिल हो सका है।(देखें कृपया नीचे दी हुई लिंक)।नरेगा के काम में...
More »न्याय:कितना दूर-कितना पास
खास बात • साल २००९ के अप्रैल महीने तक सर्वोच्च न्यायालय में लंबित मुकदमों की संख्या ५०१४८ थी। केसों के निपटारे की गति बढ़ी है मगर शिकायतों के आने की गति और जजों की संख्या केसों के आने की गति की तुलना में अपर्याप्त साबित हो रही है।* • दो साल पहले यानी साल २००७ के जनवरी महीने में सुप्रीम कोर्ट में लंबित केसों की संख्या ३९७८० थी। सुप्रीम कोर्ट लंबित केसों के निपटारे में तेजी लाने असहाय महसूस...
More »मानवाधिकार
खास बात • साल 2014 में बुजुर्गों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार की घटनाओं में तेज इजाफा हुआ। पिछले (साल के 23 प्रतिशत से बढ़कर 2014 में 50 प्रतिशत) * • भारत की आबादी का 1.14 प्रतिशत हिस्सा यानी तकरीबन 1 करोड़ 40 लाख लोग गुलामी के आधुनिक रुपों के शिकार हैं। ** • साल २००६ में भारत में १४२३ कैदियों की प्राकृतिक अथवा अप्राकृतिक कारणों से जेलों में मौत हुई।*** • उत्तरप्रदेश में...
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