जोधपुर. शहर में उचित मूल्य की कई दुकानों पर एक बार फिर सड़ा गेहूं सप्लाई हुआ है। गेहूं इतना सड़ा हुआ है कि जानवरों के खाने लायक भी नहीं है। रसद विभाग को भी इस बात का पता है फिर भी माल डीलरों को दे दिया गया और वहां से बेचा भी जा रहा है। काले पड़ चुके गेहूं से सड़ांध उठ रही है। फिर भी गरीब की मजबूरी है कि...
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हर साल दस हजार किसान छोड़ रहे खेती
चंडीगढ़. भारत की प्रगति दर बेशक 9 फीसदी है, लेकिन भारत के किसान खेती छोड़ खेतों और मंडियों में मजदूरी करने को मजबूर हैं। अकेले पंजाब में ही हर साल दस हजार किसान खेती छोड़ रहे हैं। पंजाबी यूनिवर्सिटी की ओर से करवाई गई यह स्टडी रिपोर्ट शुक्रवार को पंजाब यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के साथ खाद्यान्न सुरक्षा और किसानों की आत्महत्या विषय पर करवाए गए सेमिनार में क्रिड के डायरेक्टर...
More »भुखमरी में हम आगे, पर मुफ्त अनाज नहीं बांटेगी सरकार
नई दिल्ली. भुखमरी के कारण हमारे देश में पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका से ज्यादा मौतें होती हैं। फिर भी सरकार के पास मुफ्त खाद्यान्न बांटने का कोई प्रस्ताव नहीं है। कृषि, उपभोक्ता मामलों और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री प्रो. केवी थॉमस ने लोकसभा में एक लिखित सवाल के जवाब इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट का जिक्र किया। अक्टूबर 2010 में जारी रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल हंगर सूचकांक में भारत के 24.1 अंक हैं। इस...
More »मनरेगा में न्यूनतम मजदूरी का गड़बड़झाला
क्या मनरेगा को जस का तस छोड़ा जा सकता है? मनरेगा के मामले में नागरिक-संगठन आखिर इतना हल्ला किस बात पर मचा रहे हैं? क्या ग्रामीण इलाके के सामाजिक कार्यकर्ता बहुत ज्यादा की मांग कर रहे हैं? क्या यूपीए- II वह सारा कुछ वापस लेने पर तुली है जो यूपीए- I ने चुनावों से पहले दिया था? चुनौती सामने है, मनरेगा गहरे संकट में है। अरुणा राय और ज्यां द्रेज सरीखे...
More »नई बीपीएल सूची की लांचिंग करेंगे मुख्यमंत्री
रांची, जागरण ब्यूरो: सूखे की मार झेल रहे बीपीएल परिवारों के लिये ये खबर राहत देने वाली है। राज्य में मौजूद 23 लाख 96 हजार बीपीएल परिवारों से अलग 11 लाख 44 हजार नये लोगों को इस सूची में शामिल किया गया है। इन लोगों को अब प्रत्येक माह रियायती दर पर चावल उपलब्ध कराया जायेगा। राज्य स्थापना दिवस के मौके पर 15 नवंबर को मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा इसकी औपचारिक घोषणा...
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