क्या यह बात सच है कि विकास के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को महज चार सालों में गुजरात के करीब पहुंचा दिया है। समाचारों की माने तो सचमुच ऐसा ही है( देखें नीचे दी गई लिंक) लेकिन आंकड़ों का विश्लेषण ऐसा कहने से इनकार करता है। बिहार की आर्थिक प्रगति के अर्धसत्य को परोसने के लिए समाचारों में आधार बनाया गया है केंद्रीय सांख्यिकी एवम् कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय...
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नक्सलियों से बात करेगी सरकार
रांची। मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने कहा है कि नक्सल समस्या के समाधान के लिए सरकार चरमपंथियों से बातचीत करेगी। हिंसा समाधान नहीं है। सरकार चाहती है कि नक्सली आएं और बातचीत करें। अगर वे सरकार में आना चाहते हैं तो बात करें, अपना प्रस्ताव दें, सरकार विचार करेगी। शपथग्रहण के बाद शिबू ने सूबे में स्थायी और स्थिर चलाने की बात कही और कहा कि सभी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। खान-खनिजों के पट्टों के...
More »छत्तीसगढ़ ने देखा नक्सली आतंक
रायपुर। छत्तीसगढ़ में वर्ष 2009 में जहां नक्सली साल भर उत्पात मचाते रहे वहीं यहां की जनता ने लोकसभा चुनाव में देश भर के जनादेश के उलट भाजपा को एकतरफा जीत दिला दी। राज्य में बालको चिमनी दुर्घटना ने कई सवाल खड़े किए तो साल के बीच में हिंदी और छत्तीसगढ़ी रंगमंच के महानायक हबीब तनवीर का इस दुनिया से जाना अखर गया। पिछले तीन दशकों से राज्य के वनांचल क्षेत्रों में पांव...
More »नक्सली घटनाओं से थर्राता रहा छत्तीसगढ़
रायपुर। बहुमूल्य खनिज संपदा्र हरे भरे वनों और सीधे सरल आदिवासियों वाला छत्तीसगढ़ राज्य इस साल भी नक्सली घटनाओं से थर्राता रहा। राज्य में नक्सली साल भर उत्पात मचाते रहे और इस दौरान उन्होंने यहां के काबिल पुलिस अधीक्षक समेत 235 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि अब केन्द्र के सहयोग से राज्य नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ा अभियान शुरू करने की स्थिति में है। नक्सल समस्या के कारण 44 फीसदी वनों...
More »निर्भर नहीं, आत्मनिर्भर !- मिहिर शाह
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (नरेगा) क्रांतिकारी जनपक्षधर विकास कार्यक्रमों का वायदा करती है। ग्राम सभा और ग्राम पंचायतों द्वारा उसकी योजना, क्रियान्वयन और जांच-परख से हजारों स्थायी रोजगार पैदा हो सकते हैं। लेकिन नरेगा की लड़ाई बरसों से चले आ रहे एक बुरे अतीत के साथ है। पिछले साठ सालों से ग्रामीण विकास की योजनाएं राज्य की इच्छा और सदाशयता पर ही निर्भर रही हैं। श्रमिकों को दरकिनार करने वाली मशीनों और ठेकेदारों को काम...
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