बिजली मंत्री आर के सिंह ने सौभाग्य योजना के तहत सभी घरों में इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य 2018 के अंत तक पूरा होने का भरोसा जताया है. उन्होंने कहा कि अभी मात्र 50 लाख परिवार बचे हैं जहां बिजली पहुंचाई जानी बाकी है. केंद्रीय और राज्यों के बिजली मंत्रियों की जुलाई में हुई बैठक में दिसंबर 2018 तक सभी परिवारों को विद्युत कनेकशन उपलब्ध कराने का फैसला किया गया था. पहले यह...
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45 परिवारों की जिंदगी झोपड़ी में, 55 वर्षों में न अनाज मिला
रामगढ़ शहर से 15 किलोमीटर दूर कुजू-घाटो मुख्य सड़क से उतरने पर बमुश्किल 200 मीटर दूर कुंदरिया बस्ती का मल्हार टोला़ इस टोले तक जाने के लिए पथरीली संकरी सड़क, जंगल के बीच एक ऊंचे टीले पर प्लास्टिक से बनी दर्जनों झोपड़िया़ं जंगल की सूखी झाड़ियों की घेराबंदी कर बांस-बल्ली में प्लास्टिक लगा कर लाेगाें ने 40 से 50 झोपड़ी बना लिये़ ये कोई खानाबदोश नहीं, बल्कि अपने झारखंड...
More »मलेरिया के मामलों में आयी कमी, लेकिन बड़ी चुनौतियां बरकरार
पूर्व एशिया सम्मेलन 2015 में प्रधानमंत्री ने कहा था कि 2030 तक भारत मलेरिया उन्मूलन के लिए पूर्णत: प्रतिबद्ध है. इसी संकल्प के साथ बीते वर्ष मलेरिया मुक्ति के लिए व्यापक राष्ट्रीय सामरिक योजना शुरू की गयी. सार्वजनिक स्वास्थ्य की तमाम चुनौतियों बावजूद इस दिशा में किये जा रहे प्रयास सफल होते नजर आ रहे हैं. हाल में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी विश्व मलेरिया रिपोर्ट-2018 के अनुसार, भारत...
More »मनरेगा में धांधली उजागर करनेवाले RTI कार्यकर्ता को धमकी
बांका : जिले के बाराहाट थाने की सोनडीहा उत्तरी पंचायत के आरटीआइ कार्यकर्ता द्वारा मनरेगा में हो रही धांधली को उजागर करना उसके और उसके परिवार के लिए आफत का तूफान बन गया है. आरोपितों की ओर बार-बार दी जा रही धमकी से आरटीआइ कार्यकर्ता महेश राय का परिवार घटना के बाद से काफी दहशत में है. महेश राय का परिवार इतनी दहशत में है कि उसकी दोनों छोटी-छोटी बच्चियों...
More »उत्तर भारतीयों का भी है भारत -- आर के सिन्हा
गुजरात में पिछली 28 सितंबर को अहमदाबाद से सौ किमी दूर बनासकांठा के हिम्मतनगर शहर के पास एक दुधमुंही बच्ची के साथ बलात्कार की घटना के बाद वहां के बहुत से हिस्से में बिहारी और उत्तर प्रदेश के मजदूरों के साथ योजनाबद्ध तरीके से मारपीट होती रही. मारपीट से डरे-सहमे अपनी जान बचाने के लिए अब तक पचास हजार से ज्यादा उत्तर भारतीय श्रमिक अपने घरों को लौट गये हैं....
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