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गांव के बाद शहर में डायरिया का कहर

बिलासपुर।डायरिया से पांच लोगों की मौत होने के बाद शहर के वार्डो में हालात और भी बिगड़ने लगे हैं। रविवार को डायरिया से पीड़ित 30 लोगों को सिम्स व जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। दर्जनों लोग निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। ये मरीज लालखदान, महमंद, गणोश नगर,...

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असम: गोगोई का दौरा, खून खराबा जारी

असम में अप्रवासी अल्पसंख्यकों और बोडो आदिवासियों के बीच हिंसा जारी है. राज्य के ढुबरी जिले में हिंसक झड़पों के बीच पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, वहीं बक्सा जिले में हुई हिंसा में चार लोग बुरी तरह से घायल हो गए है. गुरूवार को हिंसाग्रस्त इलाकों के दौरा करते हुए मुख्य मंत्री तरूण गोगोई ने कहा, “स्थिति सामान्य हो रही है और हम पूरी कोशिश...

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...ताकि अभिभावक भी दें आरटीई को सही तरह से लागू करने में सहयोग

गुड़गांव. शिक्षा के अधिकार को सही तरीके से लागू करने में जिले के अभिभावक और शिक्षकों का पूर्ण सहयोग मिले इसी के मद्देनजर राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के सहयोग से स्कूल प्रबंधन कमेटी (एसएमसी) के सदस्यों को प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। प्राथमिक शिक्षक संघ के मुताबिक शिक्षकों और अभिभावकों को शिक्षा के अधिकार के प्रति उनकी जिम्मेवारियां पता न होने के चलते यह ठीक से लागू नहीं हो पा रहा...

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केसीसी धारकों को मिलेगा स्मार्ट कार्ड

पटना : चालू वित्तीय वर्ष में 27 लाख किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड देने का लक्ष्य है. इनमें 15 लाख नये किसान और 12 लाख पुराने किसानों के कार्डो का रिन्युअल किया जायेगा. इस वर्ष से किसानों को केसीसी पासबुक की जगह पर स्मार्ट कार्ड दिया जायेगा. यह फैसला बुधवार को राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में लिया गया. बैठक की जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि...

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हिंसक प्रतिरोध कितना उचित- हर्षमंदर

बहुतेरी संस्कृतियों में अन्याय के प्रतिरोध को सर्वोच्च मानवीय दायित्व का दर्जा दिया गया है। इसी क्रम में एक बहस सदियों से जारी है और आज भी प्रासंगिक बनी हुई है। यह है अत्याचार और अन्याय के प्रतिरोध में हिंसा की वैधता। सवाल यह है कि अगर राज्यसत्ता के कुछ सशक्त प्रतिनिधि अगर अन्यायपूर्ण हो गए हों तो क्या उनके प्रतिरोध के लिए हिंसा उचित है? दूसरे शब्दों में क्या न्याय के...

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