ध्य प्रदेश के ग्वालियर में बना विवेकानंद नीड़म बताता है कि जीवन और प्रकृति के बीच सामंजस्य कितना सुंदर हो सकता है. प्रियंका दुबे की रिपोर्ट. उम्मीद का रंग शायद हरा होता होगा. सूखती नदियों और लगातार दूषित हो रहे पर्यावरण की चिंताओं वाले दौर में विवेकानंद नीड़म को देखकर पहला ख्याल यही आता है. चंबल के सूखे बीहड़ों में बने इस हरे भरे 'आश्रम' को सहजीवन की उस धारणा...
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क्या योरोप खुद को बचा पाएगा- पॉल क्रुगमैन
हाल के कुछ महीनों के दौरान मैंने यूरोप की संभावनाओं के बारे में कई आशावादी मूल्यांकन देखे। आश्चर्यजनक रूप से इनमें से कोई भी मूल्यांकन यह बता पाने में असमर्थ था कि यूरो संकट के हल के लिए जर्मनी ने जो फॉरमूला दिया है, उसकी सफलता की कोई संभावना है भी या नहीं। इसके विपरीत ये मूल्यांकन यूरो की विफलता की उस आशंका को ही अधिक व्यक्त करते दिख रहे...
More »आंध्र में किसानों के लिए जानलेवा बना माइक्रो फ़ाइनेंस- जुबैर अहमद
हैदराबाद से एक घंटे की दूरी पर बसे गाँव हाजीपल्ली में एक बूढी महिला बीबीसी की टीम को देखते ही रो पड़ती है. उसे पता है की हम उसके बेटे की मौत के कारण के बारे में जानकारी लेने आये हैं. बेटे ने डेढ़ साल पहले कर्जों के कारण आत्म हत्या कर ली थी. लेकिन इस महिला का ग़म अब भी ताज़ा है. बेटे ने अपने परिवार की ज़िन्दगी बनाने के लिए एक...
More »अब हर बच्चे को मिलेगा मां का दूध क्योंकि यहां खुल रहा है मदर मिल्क बैंक
उदयपुर.राजस्थान का पहला मदर मिल्क बैंक उदयपुर मेडिकल कॉलेज में खोला जाएगा। राजस्थान में शिशु मृत्यु दर की खराब स्थिति के मद्देनजर इसे अहम माना जा रहा है। अभी जरूरतमंद नवजात बच्चों को फ़ॉर्मूला मिल्क या पाउडर दूध के सहारे आईसीयू में रखा जाता है।मुंबई, सूरत, पुणे और कोलकाता में भी ऐसे मिल्क बैंक हैं। उदयपुर मेडिकल कॉलेज के राजकीय महिला चिकित्सालय परिसर में खोले जाने वाले इस मिल्क बैंक...
More »दूध बेचकर बनी एक करोड की मालकिन
वडोदरा : साबरकांठा जिले के गांव पेंटारपुरा की रमिलाबेन ने दूध बेच कर करोडपति बन गयी है. 12 साल पहले जब अतिरिक्त आमदनी के लिए दूध उत्पादन शुरू किया था तो किसी ने भी यह सोचा था कि यह उनकी किस्मत ही पलट देगा. उनकी कामयाबी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2011-12 में उनका शुद्ध मुनाफा एक करोड़ 10 लाख 17 हजार 675 रूपए था. 43...
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