नई दिल्ली। सरकार भले ही थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति को काबू कर शून्य से नीचे रखने में कामयाब रही हो लेकिन खाद्य वस्तुओं की बढ़ती महंगाई दर बड़ी चुनौती बनी हुई है। खाद्य महंगाई दर लगातार बढ़ते हुए दिसंबर में 8.17 प्रतिशत पर पहुंच गई है। खास बात यह है कि केंद्र की तमाम कोशिशों के बावजूद दलहन की महंगाई दर थमने का नाम नहीं ले रही है। वहीं...
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नवंबर में रिटेल में महंगाई दर बढ़ी
नई दिल्ली। दिसंबर,2015 के दौरान खुदरा कीमतों के हिसाब से महंगाई दर बढ़कर 5.61 फीसदी हो गई। नवंबर में रिटेल महंगाई दर 5.41 फीसदी पर रही थी। शहरी इलाकों में महंगाई दर में मामूली बढ़ोतरी हुई। माह-दर-माह आधार पर दिसंबर में शहरी इलाकों में महंगाई दर 4.71 से बढ़कर 4.73 फीसदी हो गई। लेकिन, ग्रामीण इलाकों में महंगाई दर 5.95 से बढ़कर 6.32 फीसदी हो गई। पिछले महीने खाने-पीनी की चीजों...
More »बिहार के 1.65 लाख करोड़ के पैकेज पर केंद्र कर रहा है काम
नयी दिल्ली : केंद्र ने कहा है कि बिहार के लिए घोषित 1.65 लाख करोड़ रुपये के पैकेज को क्रियान्वित किया जा रहा है क्योंकि यह राज्य की जनता के लिए है न किसी सरकार विशेष के लिए है. बिहार पैकेज को लेकर अनिश्चितता दूर करते हुए केंद्र ने यह बात कही. केंद्र ने कहा कि बिहार पैकेज के तहत परियोजनाएं क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं और उन...
More »जल्लीकट्टू को अनुमति देने वाली केंद्र की अधिसूचना को उच्चतम न्यायालय में चुनौती
नयी दिल्ली : तमिलनाडु में पोंगल उत्सव के दौरान सांडों को काबू में करने के खेल जल्लीकट्टू पर से प्रतिबंध हटाने की केंद्र की अधिसूचना को आज उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी गयी. मुद्दे पर तत्काल सुनवाई का आग्रह करने वाली याचिकाओं का उल्लेख प्रधान न्यायाधीश टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष किया गया. पीठ इस पर कल मंगलवार को सुनवाई करने पर सहमत हो गयी. याचिकाएं एनीमल वेल्फेयर बोर्ड...
More »विकास के किफायती मॉडल की ओर - जयंत सिन्हा
सुस्त वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत प्रगति की मशाल थामने और दुनिया के विकास में मुख्य भागीदार बनने को तैयार है। अगले दशक में सकल आर्थिक विकास की दृष्टि से भारत लगभग चीन जितनी और अमेरिका से लगभग दोगुनी भागीदारी करने वाला है। भारतीयों के लिए भारत में तैयार उत्पाद और सेवाओं का उपयोग पूरी विकासशील दुनिया में किया जाने वाला है। इसलिए भारत का किफायती विकास मॉडल न सिर्फ मात्रात्मक...
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