कोरबा (निप्र)। गर्भ में पल रही बेटी को बचाने देश भर में भले ही अभियान चलाया जा रहा हो, पर इस दुनिया में आ चुकी 5 साल की बेटी को बचाने कोई सुध नहीं ले रहा। रोजी मजदूरी वाले कृष्णा यादव ने बड़े प्यार से अपनी बेटी का नाम रोशनी रखा था, पर उजाला होने से पहले ही वह अंधेरे की आगोश में समाने लगी है। उसके दोनों किडनी एक...
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छोटी-सी उम्र में लिया समाज बदलने का संकल्प, साइकिल पर चला रही चलंत पुस्तकालय
आज जिससे भी बात कीजिए, यही कहता है कि समाज में बहुत गिरावट आ गयी है. यह बात मानते सब हैं, पर करता कोई कुछ नहीं. लेकिन, लीक छोड़ चलनेवाले कुछ बिरले होते हैं, जो आलोचना भर से संतुष्ट नहीं होते और बदलाव के लिए कदम बढ़ा लेते हैं. ऐसी ही है बिहार की सुपुत्री साधना. उसने जो साधना शुरू की है, अगर वह एक आंदोलन की शक्ल ले ले,...
More »आजादी के बाद पहली बार चुआपानी के जोसेफ ने किया मैट्रिक पास
आजादी के बाद किसी गांव में पहली बार कोई मैट्रिक पास किया है. यह खबर राज्य में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली या जागरूकता का अभाव को दर्शाता है. यह राज्य सरकार के लिए सोचनीय भी है. लेकिन, इस परिणाम ने ग्रामीणों में शिक्षा के प्रति एक नया संचार फैलाया है. ऐसी उम्मीद है. रानीश्वर : रानीश्वर पंचायत अंतर्गत वृंदावनी पंचायत के चुआपानी गांव का जोसेफ टुडू आजादी के बाद पहला ऐसा...
More »35 लोगों को दो-दो बार मिला इंदिरा आवास
सरकारी उपेक्षा : दलकावा गांव के महादलितों को सरकारी सुविधाओं का नहीं मिल रहा लाभ दलकावा गांव के वार्ड नंबर नौ में लोगों को इंदिरा आवास के पैसे तो मिले लेकिन वे लोग घर नहीं बनाये और पैसे रख लिये. वहीं कुछ लोग ऐसे भी मिले जिनको सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला. सोनबरसा : प्रखंड की इंदरवा पंचायत के दलकावा गांव का वार्ड नंबर नौ महादलित बाहुल्य है. मुसहर समुदाय के...
More »अंधेरी जिंदगी में ज्ञान की रोशनी बिखेर रहे 'निमंत्रण पत्र'
इंदौर। दृष्टिबाधितों की अंधेरी जिंदगी में इल्म की रोशनी बिखेरने में पुराने निमंत्रण पत्र उपयोगी साबित हो रहे हैं। इन विशेष बच्चों की परवरिश और पढ़ाई की जिम्मेदारी संभाल रही संस्थाएं उपयोग में आ चुके कार्ड का इस्तेमाल ब्रेल लिपि के जरिए अध्ययन के लिए कर रही हैं। शादियों के सीजन में अमूमन हर घर में दर्जनों विवाह पत्रिकाएं आती हैं, जिन्हें शादी के बाद आमतौर पर रद्दी में फेंक दिया...
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