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सबक, स्वार्थ और संदेश-इर्शादुल हक

महात्मा गांधी के पौत्र और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी बदलते बिहार पर वैश्विक सम्मेलन के समापन सत्र में अपना भाषण एक काल्पनिक चिट्ठी के रूप में पेश करते हैं. जयप्रकाश नारायण के नाम लिखे पत्र में वे कहते हैं, 'जयप्रकाश जी अगर आज आप होते तो खुश होते कि आपके दो शागिर्दों-लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने बिहार में कितना अच्छा काम किया है. लालू ने बिहार...

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20 करोड़ भारतीयों के पास नहीं हैं टीवी, फोन, रेडियो, बाइक

नई दिल्ली. देश में अच्छे स्वास्थ्य की जगह स्टेटस सिंबल को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है। रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (आरजीआई) ने 2011 जनगणना की ताजा रिपोर्ट में खुलासा किया है कि देश के लगभग 53.1 फीसदी घरों में शौचालय की सुविधा नहीं है। आधी आबादी आज भी खुले में शौच करने को मजबूर है। लेकिन इसके ठीक उलट देश में लगभग 63.2 प्रतिशत जनता मोबाइल फोन का इस्तेमाल करती...

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सत्ता में दलित- श्योराज सिंह बेचैन

Dalits pain मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में जब जातियों के आधार पर राजनीतिक गोलबंदी तेज हो गई है, सही मायने में कांशीराम ही अकेले ऐसे नेता थे जिन्होंने व्यवस्था बदलने के लिए जाति के समाप्त होने का इंतजार नहीं किया था। उन्होंने जातियों, उप-जातियों में सहअस्तित्व और आत्मसम्मान की भावना जगाकर उन्हें सत्ता में हिस्सेदारी की महत्वाकांक्षा के साथ संगठित किया। समकालीन राजनीति में उनके इस योगदान ने न केवल हाशिये पर...

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कर्ज से परेशान किसान ट्रेन के आगे कूदा

मौड़ मंडी. बैंक कर्ज से परेशान गांव कुत्तीवाल के किसान हरनैल सिंह ने शनिवार देर शाम रेलवे स्टेशन पर फिरोजपुर-दिल्ली पैसेंजर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हरनैल सिंह के बेटे भोला सिंह ने बताया कि लगभग दस साल पहले उसकी मां करतार कौर का लंबी बीमारी के चलते देहांत हो गया था। उसका इलाज करवाने के लिए पिता को कर्ज लेना पड़ा था। इस...

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ऐसा थामा गांव का दामन कि ठुकरा दिए बड़े शहरों के ऑफर भी!

राजस्थान में बांसवाड़ा के बदरेल गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यभार संभाला तो आसपास का क्षेत्र उजाड़ था। जहां ऐसे गांव में कोई पुरुष डॉक्टर भी काम के लिए तैयार नहीं होता, वहां डॉ. रागिनी ने न सिर्फ ड्यूटी ज्वाइन की बल्कि शहर के कई बड़े ऑफर्स ठुकरा दिए। ड्यूटी के बाद क्वार्टर में मरीजों को देखना शुरू किया। उनसे मिलने वाली मामूली फीस को जमा किया और गांव...

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