होशियारपुर. प्राइमरी एग्रीकल्चर डिवेलपमेंट (पीएडी) बैंक में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 13 करोड़ 40 लाख, 70 हजार रुपए का लोन जारी करने का मामला तूल पकड़ गया है। प्रारंभिक जांच में संदेह के घेरे में आए अब तक तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। वीरवार की दोपहर जांच टीम बैंक पहुंची। बताया जा रहा था कि विजिलैंस टीम आई है लेकिन बाद में पता चला कि जांच के लिए...
More »SEARCH RESULT
सिर्फ कागजों में पुख्ता है खाद्यान्न भंडारण
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। अनाज भंडारण की कमी और बंपर बर्बादी की आशंकाओं पर चौतरफा आलोचना झेल रहे केंद्र ने अब राज्यों से मदद की गुहार लगाई है। खाद्य मंत्री केवी थॉमस ने राज्यों से एकमुश्त छह महीने का राशन का अनाज उठा लेने का आग्रह किया है। सरकारी बहीखातों में खाद्यान्न भंडारण का प्रबंधन पुख्ता जरूर है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कहीं दूर है। कागजी बंदोबस्त में भी...
More »मुखिया को ठेकेदार मत बनाइए- टी आर रघुनंदन से प्रभात खबर के पुष्यमित्र की बातचीत
इन दिनों देश के प्रशासनिक ढांचे में आमूल-चूल बदलाव लाने की कोशिश की जा रही है. सैद्धांतिक रूप से यह मान लिया गया है कि प्रशासन का ब्रिटिश ढांचा भारतीय परिस्थिति में नहीं सफल हो रहा. महात्मा गांधी ने जो गांवों के सरकार की कल्पना की थी वही देश को ढंग से चलाने का कारगर तरीका हो सकता है. इसके लिए कई सालों से विकेंद्रीकरण की कोशिशें की जा रही...
More »कर्ज और घाटे के बीच बजट पेश, विपक्ष ने कहा धोखा
चंडीगढ़. वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींढसा ने बुधवार को कर्ज और घाटे के बीच पंजाब का बजट पेश किया। बजट में बिजली सब्सिडी के लिए सरकार ने इस साल 4600 करोड़ रखे हैं। हालांकि सरकार को उम्मीद है कि यह 5100 करोड़ तक जाएगी। ढींढसा ने बताया कि सही फिगर तो बिजली रेगुलेटरी कमीशन की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस साल बिजली सब्सिडी 5785...
More »जानलेवा बाढ़ का अब तक नहीं हो पाया कोई स्थायी समाधान
पटना. बिहार के 38 में से 28 जिले बाढ़ प्रभावित माने जाते हैं और 68. 80 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित माना जाता है। ऐसे में पूरे वर्ष भर सरकार बाढ़ को रोकने के लिए कवायद में जुटी रहती है। तटबंधों पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं फिर भी यहां बाढ़ की समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सका है। बिहार में बाढ़ की समस्या काफी पुरानी है। जानकार...
More »