कुछ मामलों में एक जैसे और ज्यादातर मामलों में एक-दूसरे से जुदा शांति और प्रशांत भूषण के छुए-अनछुए पहलुओं की पड़ताल करती रोहिणी मोहन की रिपोर्ट मई, 1995 की एक दोपहर को सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु ठक्कर अपने वकीलों प्रशांत और शांति भूषण के साथ सर्वोच्च न्यायालय में बैठे हुए थे. उनसे जरा-सी दूरी पर मुख्य न्यायाधीश एएस आनंद एक ऐसा फैसला सुना रहे थे जो पूर्वी गुजरात के कम से कम...
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भरोसे के बीच ठगा महसूस कर रहा किसान : पंकज कुमार पांडेय
नई दिल्ली प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को आश्वासन के करीब आठ माह के बाद भी भूमि अधिग्रहण विधेयक को कानून की शक्ल देने की राह में कांग्रेसनीत यूपीए सरकार अपने कदम ज्यादा आगे नहीं बढ़ा पाई है। लिहाजा, यूपी में माया सरकार को कोसने के बावजूद कांग्रेस को भी यह चिंता सता रही है कि वह किस मुंह से किसानों के पास जाए। राहुल गांधी के...
More »अग्निवेश ने सोनिया को किया आगाह, 4 जून से शुरू होगा बाबा रामदेव का सत्याग्रह
नई दिल्ली. समाजसेवी स्वामी अग्निवेश ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह को अब भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन को नुकसान पहुंचाए जाने संबंधी बयान देने से रोकना चाहिए और यदि वे ऐसा नहीं करतीं, तो इससे उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को सुनिश्चित करना होगा कि दिग्विजय सिंह उनकी अन्ना को लिखे पत्र में व्यक्त की गई भावना के...
More »हिरना समझ-बूझ वन चरना..- संपादकीय
जिसका शुरू से मुझे डर था, अब वही हो रहा है। लोकपाल के नाम पर उमड़ा अपूर्व जनाक्रोश अब अपूर्व दिग्भ्रम बनता चला जा रहा है। सबसे पहले अन्ना हजारे को ही लें। जब उन्हें अनशन पर बिठाया गया था, तब और अब, जबकि वे लोकपाल विधेयक कमेटी के सबसे महत्वपूर्ण सदस्य हैं, उनकी अपनी कोई सोच दिखाई ही नहीं पड़ती। उन्हें जो भी तत्काल सूझ पड़ता है, उसे वे अखबारों को...
More »अन्ना बोले, चरित्र साफ हो तो सरकार झुकाना कठिन नहीं
अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में जब से सरकार को झुकाया है, तब से देश में कई आवाजें उनके विरोध में उठी हैं। पर दुनिया में अभी भी वह हीरो बने हुए हैं। मलेशियाई अखबार 'द स्टार' ने 18 अप्रैल के अंक में उन्हें भारत में भ्रष्टाचार से लड़ने वाला नया हीरो करार दिया है। अखबार ने लिखा है कि उनके विरोध में जो कुछ आवाजें उठीं, जनता ने उन्हें...
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