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एक रुपये में मिलेगा दूल्हा!

दहेज के लेनदेन पर प्रजापति समाज ने लगाया पूर्ण प्रतिबंध -सगाई की रस्म पर एक रुपये, कन्यादान के 11 रुपये व दान 51 रुपये निर्धारित -बारात में शामिल होंगे केवल 21 लोग राजकुमार प्रजापति, काबड़ी अब एक रुपये में दूल्हा मिलेगा। जी हां, प्रजापति समाज ने शादी-ब्याह में होने वाली फिजूलखर्ची को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। सगाई की रस्म पर एक रुपये, कन्यादान के लिए 11 रुपये व दान पर 51...

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इतिहास के आईने में किसान आंदोलन-- योगेंद्र यादव

इधर राहुल गांधी का भट्टा-परसौल में आना हुआ तो उधर चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत का जाना. पहली नजर में इन दोनों घटनाओं का आगे-पीछे होना विशुद्ध संयोग है. लेकिन जरा गौर से देखें तो इस संयोग में गहरे निहितार्थ छिपे दिखाई देते हैं. यहां किसान आंदोलन के भूत, वर्तमान और भविष्य को जोड़ने वाले कुछ तार बिखरे पड़े हैं. राहुल गांधी का आना किसान आंदोलन की तात्कालिक विजय का प्रतीक...

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खबरदार! शराब को लगाया हाथ तो महिलायें वसूलेंगी जुर्माना : अनिमेष नचिकेता

पश्चिमी चंपारण. जिले के बगहा स्थित चखनी रजवटिया पंचायत की मुसहर बस्ती में क्रांति की एक नहीं मशाल जलाई गयी है. सुखद यह कि इस क्रांति का सूत्रपात महिलाओं ने किया है. उन महिलाओं ने जो नहीं के बराबर पढ़ी-लिखी हैं. यहाँ की महिलाएं शराब और शराब पीने वालों से तंग आ चुकी थीं. बस फिर क्या था, सबने शराब पर पाबंदी लगाने की ठान ली. इसके बाद तो महिलाओं ने शराब पीकर ड्रामा...

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'यह वह छत्तीसगढ़ तो नहीं जिससे मुझे इतना गहरा लगाव रहा है'-- इलिना सेन

- इलिना सेन (सामाजिक कार्यकर्ता और डॉ बिनायक सेन की पत्नी ) आज, एक तरफ मैं बहुत खुश हूं और राहत की सांस ले रही हूं कि इस कठिन परीक्षा का यह हिस्सा लगभग समाप्त हो गया है. वहीं दूसरी ओर मैं बहुत बेचैन भी हूं- हमने देखा है कि राज्य का व्यवहार कितना शत्रुतापूर्ण रहा है. लेकिन हमने जिस तरह का जीवन बिताया है, न तो उसके बारे में कोई...

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असंगति का संगीत- रोहिणी मोहन

कुछ मामलों में एक जैसे और ज्यादातर मामलों में एक-दूसरे से जुदा शांति और प्रशांत भूषण के छुए-अनछुए पहलुओं की पड़ताल करती रोहिणी मोहन की रिपोर्ट मई, 1995 की एक दोपहर को सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु ठक्कर अपने वकीलों प्रशांत और शांति भूषण के साथ सर्वोच्च न्यायालय में बैठे हुए थे. उनसे जरा-सी दूरी पर मुख्य न्यायाधीश एएस आनंद एक ऐसा फैसला सुना रहे थे जो पूर्वी गुजरात के कम से कम...

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