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इंडिया एक्सक्लूजन रिपोर्ट--- 'वंचित भारत की एक तस्वीर'

क्या कभी आपने सोचा कि देश के शहरों में झुग्गी बस्तियां कितनी हैं, उनमें रहने वाले कौन हैं और झुग्गी-बस्तियों में इनका रहना जीना कैसा है ?अगर नहीं, तो नीचे लिखे तथ्यों पर गौर कीजिए!   देश में तकरीबन साढ़े तैंतीस हजार झुग्गी-बस्तियों होने के अनुमान हैं, महज एक दशक यानी 2001 से 2011 के बीच झुग्गी-बस्तियों में दलित आबादी में 31 फीसद का इजाफा हुआ है. कुछ राज्यों की झुग्गी-बस्तियों की...

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लोगों को हुनर सिखाकर बदल सकते हैं समाज-- दशरथ सूर्यवंशी

बरसों से जलसंकट से जूझ रहे महाराष्ट्र के मराठवाड़ा अंचल के उदगीर जिले के रावणकोल में पलते-बढ़ते समय एक अलग ही तरह का सामाजिक बदलाव मेरी नज़र में आया। जल-संकट के कारण उजड़ती खेती के साथ उजड़ते गांव। लोग आजीविका की तलाश में शहर चले जाते। परिवार बिखरते। ग्रामीण अर्थव्यवस्था, खेती और ग्रामीण व्यवस्था ही नहीं बदल रही है बल्कि सामाजिक मेल-जोल व एकजुटता खत्म हो रही है, क्योंकि घट...

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ये हैं देश की सूरत बदलने वाली मोदी सरकार की बड़ी योजनाएं

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 26 मई 2014 सत्ता संभालने के साथ ही केंद्र सरकार ने आम भारतीयों की जिंदगी में सुधार के लिए अनेकों फैसले किए। केंद्र सरकार अपनी योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने के लिए जहां सोशल मीडिया का सहारा ले रही है। वहीं पार्टी की तरफ से सरकार की कामयाबी को बताने के लिए देशभर में 200 कार्यक्रमों को आयोजित करने का फैसला किया है।...

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यमुना का पानी देसी एंजाइम से बनेगा पीने लायक

अरुणेश, नोएडा। यमुना के पानी को सिंचाई के साथ-साथ पीने लायक बनाने का काम जोरशोर से हो रहा है। इसी क्रम में देसी एंजाइम अर्थात घरेलू साग-सब्जियों और गुड़ को मिलाकर तैयार किए गए कचरा का भंडारण किया जा रहा है। बाद में इसे पानी में डालकर उसे साफ करने की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए दिल्ली और एनसीआर में श्री श्री रविशंकर के समर्थकों ने 50 हजार स्वयंसेवक का ग्रुप...

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जल संकट के कारण अस्पताल में मरीजों की भर्ती बंद

उस्मानाबाद (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में भीषण सूखे का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर भी साफ दिखाई देने लगा। यहां एक सरकारी अस्पताल में नए मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया गया है। अस्पताल के अधिकारी डॉ.प्रकाश खापर्डे ने कहा कि राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में दो बोरवेल थे जिनका पानी तीन दिन पहले सूख गया। इस कारण अस्पताल प्रशासन को यह कदम उठाना पड़ा। अस्पताल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध है...

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