औरैया के अजीतमल थाना क्षेत्र के हैदरपुर गांव में फसल बर्बादी से क्षुब्ध किसान ने खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल आग लगा ली। किसान की मौके पर ही मौत हो गई। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामाभर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। हैदरपुर गांव निवासी अवनेश कुमार दुबे (42 वर्ष) के पास तीन बीधे खेत है। उसने रबी सीजन में सात बीघा बलकट खेती करवाया था।...
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बिहार का एक बैंक जहां कर्ज में मिलता है अनाज- सीटू तिवारी
बिहार की राजधानी पटना से सटे सुंदरपुर की गहनी मांझी को अब पेट भर भात खाने को मिल जाता है। जवानी की न जाने कितनी रातें खाली पेट गुजारने के बाद बुढ़ापे में उन्हें पेट भर खाना नसीब हो रहा है। गहनी का भाग्य अनाज बैंक की वजह से ही जागा है। अनाज बैंक यानी वह बैंक जहां अनाज का लेन देन होता है। इस बैंक से अनाज उधार लिया जा...
More »समझें महिला सशक्तीकरण के सही मायने - क्षमा शर्मा
कुछ दिन पहले एक महिला वकील ने मुंबई में रात को शराब के नशे में गाड़ी सोते हुए लोगों पर चढ़ा दी थी। दो-तीन दिन पहले एक डिजाइनर ने एक चाय के ढाबे में शराब के नशे में ही गाड़ी दे मारी और दो रोज पूर्व गुड़गांव में ऐसा हुआ। कुछ लोग कह सकते हैं कि पुरुष तो सैकड़ों की संख्या में ऐसी दुर्घटनाएं करते हैं। दो-तीन महिलाओं ने ऐसा...
More »आरटीआई की वजह से गई 39 जानें, 275 हुए प्रताड़ित
नई दिल्ली। सूचना के अधिकार को कानून बने 10 साल हो चुके हैं। इस एक दशक में लोगों ने इस कानून का लाभ उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सूचना के अधिकार से जहां लोगों की पहुंच, सरकारी दफ्तरों की तथाकथित गोपनीयता के बीच पहुंची है, वहीं तीन दर्जन से ज्यादा लोगों ने इसकी वजह से अपनी जान भी गंवाई है। पूरे देश में आरटीआई का इस्तेमाल करने वाले लोगों...
More »कोटा की कोचिंगों को भी पीछे छोड़ता है बिहार का ये गांव-- मनीष शांडिल्य
बिहार के गया ज़िले की मानपुर पटवा टोली बुनकरों की बस्ती है। हाल के दिनों में यह चर्चा में रहा है। यहां से इस साल 17 छात्र भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के लिए चुने गए हैं। लेकिन ऐसा नहीं नहीं कि यह कोई पहली बार हुआ हो। बीते पांच वर्षों से हर साल करीब 10 छात्र पटवा टोली से लगातार आईआईटी के लिए चुने जाते रहे हैं। इतना ही नहीं बीते...
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