आज यानि 11 जुलाई को पूरी दुनिया में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जा रहा है। पहली बार साल 11 जुलाई 1989 में यूएन की गवर्निंग काउंसिल ने 11 जुलाई को दुनिया में जनसंख्या दिवस मनाने का फैसला किया। तब से पूरी दुनिया में इस दिन को जनसंख्या दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। जनसंख्या दिवस को मनाने का उद्देश्य है कि दुनिया का हर नागरिक जनसंख्या नियंत्रण में अपना...
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कर्जमाफी से परे जाकर भी सोचें-- देविन्दर शर्मा
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बार-बार दोहराया है कि उनकी सरकार छोटे किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ कर देगी। इससे राज्य सरकार के खजाने पर करीब 9,500 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा, जबकि 10.25 लाख किसानों को लाभ होगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उनके 34,000 करोड़ रुपये की कर्जमाफी से 89 लाख छोटे किसानों को फायदा होगा। इसके बावजूद...
More »सामाजिक सुरक्षा की दिशा में कदम-- अनूप भटनागर
छद्म विवाह, बाल विवाह, बहु विवाह और पति द्वारा पत्नी का परित्याग करने जैसी प्रवृत्तियों की रोकथाम के साथ ही वैवाहिक विवादों और बच्चों की कस्टडी से संबंधित मामलों में महिलाओं को अनावश्यक परेशानियों से बचाने के इरादे से एक बार फिर सभी नागरिकों के लिये 30 दिन के भीतर विवाह का पंजीकरण कराना अनिवार्य करने का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। वैसे तो देश में सिख समुदाय और...
More »मौत के बाद भी ‘दुधारू’ रह जाती है गाय-- प्रेम कुमार
दुधारू गाय की हत्या की बात सोचना भी पाप है. जो गाय दूध, दही, मिठाइयां, पनीर, खीर से लेकर गोबर, गोमूत्र देने और खेती-किसानी में काम आती हैं, घर के सदस्य जैसी होती हैं, घर की आमदनी होती है उस गाय को कोई मारे तो यह उसकी मूर्खता होगी. सवाल ये है कि फिर ऐसी मूर्खता हो क्यों रही है? गाय पर निर्भर लोग नहीं सोचते गोकशी की बात जो लोग...
More »उम्मीदों-आशंकाओं के बीच जीएसटी-- भरत झुनझुनवाला
मोदी सरकार ने गुड्स एण्ड सर्विस टैक्स लागू करके महान उपलब्धि हासिल की है। जीएसटी के अंतर्गत व्यापार कई तरह से सुलभ हो जाएगा। अब तक उद्योगों को एक्साइज डूयूटी तथा सेल टैक्स अलग-अलग अदा करना होता था तथा इनके रिटर्न अलग-अलग दाखिल करने होते थे। इन दोनों टैक्सों का विलय जीएसटी में हो गया है। उद्यमी को अब एक ही टैक्स अदा करना होगा एवं एक ही टैक्स अधिकारी...
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