रोटावायरस डायरिया भारत सहित कई देशों में नवजात शिशुओं और बच्चों की मौत का एक प्रमुख कारण है. भारत में हर साल करीब नौ लाख बच्चों को इसके कारण अस्पतालों में भर्ती करना पड़ता है, जिनमें से 80 हजार से एक लाख बच्चों की मृत्यु हो जाती है. लेकिन, इससे बचाव की विदेशी दवाएं इतनी महंगी थीं कि हर किसी के लिए उसका सेवन करना आसान न था....
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कहीं पत्रकारिता की शक्ल अचानक बदलने तो नहीं लगी...?-- सुधीर जैन
पत्रकारिता पर क्या वाकई विश्वसनीयता का संकट आ गया है...? यह सवाल विद्वान लोग उठाते थे, अब जनसाधारण में ये बातें होने लगी हैं। पहले और अब में एक फर्क यह भी है कि पहले अपनी विश्वसनीयता के कारण पत्रकारिता जनता पर जितना असर डालती थी, अब उतना नहीं डाल पाती। अब तो मीडिया का पाठक या दर्शक हाल के हाल उसकी ख़बरों और खयालों पर टीका-टिप्पणी करने लगा है।...
More »2030 तक होगा मलेरिया का अंत!
वर्षों से जारी प्रयासों और व्यापक खर्चों के बावजूद मलेरिया की वैश्विक चुनौती कायम है. इससे निबटने के लिए भारत समेत कई देशों में वैक्सीन का विकास करने समेत कई वैज्ञानिक उपाय तलाशे जा रहे हैं. वैश्विक स्तर पर हाल में इस दिशा में तीन आरंभिक उपलब्धियां हासिल हुई हैं. देश-दुनिया में मलेरिया की मौजूदा स्थिति, इससे निपटने के प्रयासों में हासिल हालिया उपलब्धियों सहित इससे जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों के...
More »मध्यप्रदेश-- बिना गरीबी रेखा कार्ड के मिलेगा सस्ता राशन : सीएम
सतना। जिले के मैहर में संत रविदास जयंती पर सोमवार को आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों को बिना गरीबी रेखा के कार्ड के ही सस्ता अनाज दिया जाएगा। दलित तो हमेशा से गरीब है उसे कार्ड की क्या जरूरत। उन्होंने मैहर में संत रविदास जी का भव्य मंदिर बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार हर साल संत...
More »दुनिया की 50 फीसदी आबादी पर मंडरा रहा है अंधेपन का खतरा
विश्व की आधी जनसंख्या यानी करीब पांच अरब लोग 2050 तक निकट दृष्टि दोष से पीड़ित होंगे और अगर वर्तमान रुझान बने रहे तो इनमें से बीस फीसदी को अंधेपन का जोखिम रहेगा। यह दावा ब्रिएन होल्डेन विजन इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर आई रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने किया है। इन शोधकर्ताओं में भारतीय मूल के वैज्ञानिक भी शामिल हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, निकट दृष्टि दोष...
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