गुजरात के पाटीदार या पटेल समुदाय के आरक्षण आंदोलन ने देश को एक बार फिर पच्चीस वर्ष पीछे धकेल दिया। 1990 के दशक में मंडल आयोग की सिफारिशें लागू हुईं और देश में आरक्षण 22.5 फीसदी से बढ़कर 49.5 फीसद हो गया, क्योंकि अनुसूचित जाति/जनजाति के अलावा अन्य पिछड़े वर्ग के लिए भी 27 फीसदी आरक्षण का कानून बन गया। देश-समाज जल उठा और जातीय आधार पर एक गहरी विभाजन...
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ऐसे लौटा सकते हैं हिमालय का वैभव- डा अनिल जोशी
भारत दुनिया के गिने-चुने देशों में से एक है, जिसे प्राकृतिक संसाधनों का असली वरदान प्राप्त है। हिमालय से लेकर समुद्र तक और मरुस्थल से लेकर दलदली क्षेत्र तक यह देश विशिष्ट परिस्थितियों का धनी है। इन सभी में हिमालय को सबसे ऊंचा स्थान मात्र इसकी ऊंचाई के लिए नहीं बल्कि इसकी राष्ट्रसेवा के लिए प्राप्त है। हिमालय देश के नौ राज्यों और कुल भूमि के 17 प्रतिशत क्षेत्र में...
More »महिलाओं पर जुल्म रोकने के लिए बनाई पर्पल गैंग
सुमेधा पुराणिक चौरसिया, इंदौर(मध्यप्रदेश)। पर्पल (जामुनी) रंग की साड़ी पहने 45 साल की कस्तूरी प्रजापत घुंघरू बंधा डंडा लिए जब बस्ती में निकलीं तो पुरुष देखते रह गए, क्योंकि उनके पीछे थी, उनके जैसे ही साड़ी पहनी और डंडा लिए दो दर्जन से ज्यादा महिलाओं की गैंग। 35 से 50 साल की महिलाएं हर घर के बाहर डंडा ठोक कर पूछ रही थीं कि बताओ कौन जुल्म कर रहा है...
More »आरक्षण की नीति के खतरे - संजय गुप्त
गुजरात में अनुभवहीन युवा नेता हार्दिक पटेल की ओर से अपने समुदाय को गोलबंद कर जिस तरह आरक्षण की मांग की गई और जिससे राज्य के कई इलाकों में जो हिंसा भड़क उठी, उससे आरक्षण का मसला एक बार फिर राजनीतिक बहस के केद्र में आ गया है। आजादी के बाद अनुसूचित जातियों और जनजातियों को सामाजिक-आर्थिक रूप से मुख्यधारा में लाने के लिए उन्हें दस वर्षों के लिए सरकारी...
More »डोमेस्टिक हेल्प को मिलेगा मिनिमम 9,000 रु. वेतन, नई पॉलिसी में छुट्टी के भी नियम
नई दिल्ली। डोमेस्टिक हेल्प के हितों की रक्षा के लिए सरकार एक नेशनल पॉलिसी तैयार कर रही है। इसके तहत कुशल फुल-टाइम डोमेस्टिक हेल्प के लिए कम से कम 9,000 रुपए की ‘मंथली सैलरी' का प्रस्ताव किया गया है। सैलरी के अलावा उन्हें सोशल सिक्युरिटी कवर और तय छुट्टियां भी मिलेंगी। ये छुट्टियां मालिकों के लिए बाध्यकारी होंगी। इस पॉलिसी के लागू होने से डोमेस्टिक हेल्प के लिए सर्विस सेक्टर...
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