इन दिनों महाराष्ट्र में जो हो रहा है वह अद्भुत है। महाराष्ट्र महारैलियों का प्रदेश बन गया है। राज्य के जिलों में भी मराठाओं की विशाल रैलियां निकल रही हैं, जिनमें लाखों लोग जुट रहे हैं। कुछ समय पहले तक कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि जिले-जिले में ऐसी महारैलियां निकल सकती हैं। ये महारैलियां इस बात की प्रतीक हैं कि राज्य की एक तिहाई आबादी वाली मराठा...
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नौकरियों के लिए मुश्किल भरे दिन-- आकार पटेल
भारत ने उस प्रक्रिया की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है, जिसे अनेक लोग बीते दो दशक का सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार मान रहे हैं. वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू करने से अप्रत्यक्ष कर सरल होंगे और कुछ लोगों की समझ में इससे आर्थिक वृद्धि को गति मिलेगी. कुछ इससे सहमत नहीं हैं, लेकिन उनकी नजर में भी यह एक अहम सुधार है. हम अन्य किन सुधारों की उम्मीद...
More »गुजरात: लड़कियों की कमी, शादियों के लिए नारी संरक्षण गृह जा रहे पाटीदार
वड़ोदरा में निराश्रित महिलाओं के लिए बने नारी संरक्षण गृह में अनाथ, विधवा और अन्य कष्ट भाेग रही महिलाएं रहती हैं। उनकी शादी के लिए जाति-धर्म के बंधन को किनारे रख कर लोग आगे आ रहे हैं। जून के अंत तक नारी संरक्षण गृह की पांच अनाथ लड़कियां शादी करने जा रही हैं। जबकि अन्य साथी और स्टाफ उन दानदाताओं की तलाश में है जो शादी का खर्च उठा लें।...
More »पानी नहीं छोड़ा, किसान ने किया सूखी नहर में कूदने का प्रयास
कसरावद (खरगोन) (निप्र)। कर्ज में दबे एक किसान ने सूखी नहर में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। इस दौरान अन्य युवकों ने देख लिया और उसे बचाया। गांव लाकर समझाइश दी परंतु किसान एक ही बात कह रहा था- यदि नहर में पानी नहीं छोड़ा तो 5 लाख का कर्ज कैसे चुकाऊंगा। घटना शनिवार को ग्राम बिठेर में हुई। किसान मुकेश पाटीदार (32) इंदिरा सागर परियोजना की नहरों में पानी नहीं...
More »आरक्षण की आग में झुलसता समाज- नीरजा चौधरी
कृषक जातियों में बेचैनी तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि खेती-किसानी अब मुनाफे का काम नहीं रही। उनके बच्चों के पास तकनीकी तालीम भी नहीं है, जिससे वे नए जमाने की नौकरियां पा सकें। ऐसे में राजनीतिक दांव-पेच उन्हें और अधीर कर रहे हैं। जाति-युद्ध की तरफ बढ़ती आग को रोकने के लिए फौरन कदम उठाए जाने चाहिए। हाल के घटनाक्रमों पर पेश है वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी का विश्लेषण पिछले...
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