जनसत्ता 14 दिसंबर, 2011: पिछले दिनों दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में एक अत्यंत गंभीर विषय पर चर्चा हुई। विषय था, देश में बच्चों के अपहरण की बढ़ रही घटनाएं। विषय की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बच्चों के अपहरण पर शोध आधारित पुस्तक का विमोचन करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश अल्तमस कबीर खुद मौजूद थे। इस गंभीर समस्या का सनसनीखेज खुलासा 1996...
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राजबाला का आज गांव में होगा अंतिम संस्कार
सोनीपत। दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा रामदेव के शिविर पर हुई पुलिस कार्रवाई में घायल हुई गांव भटाना जाफराबाद की राजबाला [55] की मौत की सूचना से जिले में शोक की लहर दौड़ गई। राजबाला का मंगलवार दोपहर गांव भटाना में अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार में योग गुरु बाबा रामदेव भी शामिल रहेंगे और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाएंगे। विदित हो कि कि जिले के गांव भटाना जाफराबाद...
More »छत्तीसगढ़ में एसपीओ और सुप्रीम कोर्ट - कनक तिवारी
जुलाई 2011 को सुप्रीम कोर्ट के माननीय न्यायमूर्ति सेवानिवृत्त होते बी. सुदर्शन रेड्डी और सुरेन्दर सिंह निज्जर की पीठ ने ऐतिहासिक फैसला देते हुए छत्तीसगढ़ शासन के उन आदेशों को निरस्त कर दिया है, जिनके अनुसार बस्तर में नक्सलियों से निपटने के लिए विशेष पुलिस कर्मी (एसपीओ) को भरती कर मजबूर, गरीब और लगभग अशिक्षित आदिवासी युवकों के हाथों में कथित आत्मसुरक्षा के नाम पर बंदूकें थमा दी गई थीं....
More »वन विभाग का यह कैसा न्याय- रोहित जिंदल
पेड़ काटने पर मामूली सा जुर्माना और कोई पुलिस केस नहीं। कुछ ऐसा ही कानून है वन विभाग का। जी हां, गत दिनों गांव मंडी कलां में कुछ लोगों ने टाहली, सफेदा व कीकर का एक-एक पेड़ काट लकड़ी चोरी कर ली। जब गांव के कुछेक लोगों ने इसका विरोध किया और विभाग के ही दो कर्मियों पर आरोपियों का साथ देने का आरोप लगाया, तब जाकर वन अधिकारियों ने...
More »भारतीय लोकतंत्र के नाजी पहरुए- तहलका
अररिया में 10 महीने के बच्चे और गर्भवती महिला समेत चार लोगों की मौत को पुलिस आत्मरक्षा की कार्रवाई बता कर जायज ठहरा रही है. लेकिन निरीह घायलों के शरीर पर पुलिसवालों की निर्मम कूद-फांद को कैसे उचित ठहराया जा सकता है? इस मामले में नीतीश कुमार की चुप्पी भी कई सवालों को जन्म देती है. निराला की रिपोर्ट घायल मुस्तफा के शरीर पर एक पुलिसवाला जब लांग जंप, हाई जंप...
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