लखनऊ। यूपी में चुनाव की तारीखों की कभी भी घोषणा हो सकती है और इससे पहले मुख्यमंत्री अखिलेश चुनाव ने बड़ा दांव खेला है। गुरुवार को हुई प्रदेश कैबिनेट की बैठक में सरकार ने उस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी जिसके तहत 17 पिछड़ी जातियों को दलित में शामिल कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई है जिसके बाद अब कहार, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, बिंद और...
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बुजुर्गों का गांव बना गुजरात का चांदणकी, यहां नहीं रहते नौजवान
अहमदाबाद। आजादी के इतने सालों बाद भी पलायन देश की एक बड़ी समस्या है। रोजगार की तलाश में करोड़ों युवा शहरों का रुख करते हैं। गुजरात के सुदूर इलाकों में ऐसे कई गांव हैं, जहां युवाओं की संख्या नगण्य है। आइए आपको गुजरात के ऐसे गांव के बारे में बताते है, जहां नौजवान ही नहीं रहते। गुजरात के मेहसाणा जिले की बेचराजी तहसील में स्थित चांदणकी गांव जहां अब केवल...
More »असमर्थ का अस्पताल खर्च उठाएं कारपोरेट
मुंबई। बांबे हाई कोर्ट ने कंपनियों को सामाजिक जवाबदेही में हिस्सेदार बनने की सलाह दी है। जस्टिस वीएम कनाडे और रेवती मोहित डेरे की खंडपीठ ने गुरुवार को कारपोरेट सामाजिक जवाबदेही की उपेक्षा करने वाली कंपनियों से गरीब और भुगतान करने में असमर्थ लोगों का अस्पताल खर्च चुकाने के लिए अपने मुनाफे का दो फीसदी देने का सुझाव दिया। क्या है मामला संजय प्रजापति नाम के एक व्यक्ति ने अपनी याचिका में...
More »क्यों झूठे हैं मृत्युदंड को समाप्त करने के लिए दिए जा रहे चारों तर्क-- कल्पेश याग्निक
‘जो कुछ भी गोपनीय रखा जाता है, पूरी तरह बताया और समझाया नहीं जाता, अनेक प्रश्न अनुत्तरित रखकर किया जाता है; वह बाद में सड़ने लगता है। चाहे इस तरह किया गया न्याय ही क्यों न हो। - पुरानी कहावत मृत्युदंड दिया जाना चाहिए कि नहीं? प्रभावी और मेधावी लब्धप्रतिष्ठितों की स्पष्ट राय है - नहीं? उनके चार तर्क हैं : 1. क्योंकि यह तो ‘आंख के बदले अांख' का विकृत कानून हो...
More »उपज कम देख 36 और किसानों की मौत
लखनऊ। कुदरत की मार के बाद बर्बाद फसल के दर्द को झेल रहे किसान कम पैदावार और खराब गुणवत्ता को देखकर अपना धैर्य खो बैठ रहे हैं। बर्बादी का मंजर सदमा बनकर पूरी तरह से टूट चुके किसानों की जान ले रहा है तो कुछ आत्महत्या पर आमादा हैं। जिंदगी की कशमकश में फंसे बुधवार को 36 और किसानों की मौत हो गई। शाहजहांपुर में फसल बर्बादी के गम में डूबे...
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