जलपाईगुड़ी: डंकन्स ग्रुप के बागराकोट चाय बागान में वाम मोरचा सरकार में मंत्री रहे स्वर्गीय कमल गुहा और वर्तमान में उनके पुत्र व तृणमूल कांग्रेस के नेता उदयन गुहा के रिश्तेदार भी इन दिनों आधा पेट खाना खाकर किसी तरह से अपना गुजारा कर रहे हैं. कभी बंद चाय बागानों के श्रमिकों के हित में कमल गुहा उनके साथ खड़े थे. आज पूर्व कृषि मंत्री के रिश्तेदार डुवार्स के...
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मातृत्व अवकाश तो इनका हक है- ऋतु सारस्वत
कामकाजी महिलाओं के मातृत्व अवकाश को तीन से बढ़ाकर आठ माह करने के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के प्रस्ताव को प्रधानमंत्री ने बेहतर करार दिया है। उम्मीद है कि जल्दी ही मैटरनिटी बेनिफिट ऐक्ट में संशोधन कर इस प्रस्ताव को अमली जामा पहनाया जाएगा। कामकाजी गर्भवती महिलाओं की सुविधाएं बढ़ाने के लिए फैक्टरी ऐक्ट और कंपनी मामलों से संबंधित कानून में संशोधन करने का अनुरोध भी किया गया है।...
More »आर्थिक प्रगति का दूसरा चेहरा- तस्लीमा नसरीन
वर्ष 1993 में बांग्लादेश में मेरे पास गारमेंट्स फैक्टरियों की कुछ लड़कियां आती थीं। वे अपने कामकाज से जुड़ी तमाम शिकायतें करती थीं-जैसे लड़कियों को रुपये-पैसे के मामले में ठगना, उन्हें कम वेतन देना, ऊंचे पदों पर महिलाओं की नियुक्ति न करना, मातृत्व अवकाश न देना, बीमारी में छुट्टी न देना, यौन दुर्व्यवहार करना, ओवरटाइम करने के लिए बाध्य करना, देर रात को फैक्टरी से घर जाने के लिए वाहन...
More »न्यूनतम सरकार अधिकतम शोषण- के सी त्यागी
श्रमिकों के शोषण का लंबा इतिहास रहा है। इसके विरुद्ध श्रमिकों ने समय-समय पर आवाज उठाई। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रम कानून बने। मजदूर संगठित हुए, उन्हें अधिकार मिले, स्वतंत्रता मिली, सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ा। इसका असर हमने भारत में भी देखा। लेकिन नई औद्योगिक नीति और उदारीकरण का दौर परवान चढ़ने के साथ ही श्रमिक फिर शोषण का शिकार हुए। उनका सामाजिक दायरा घटा, अधिकार सिकुड़ते चले गए। इसी...
More »छोटी-सी उम्र में लिया समाज बदलने का संकल्प, साइकिल पर चला रही चलंत पुस्तकालय
आज जिससे भी बात कीजिए, यही कहता है कि समाज में बहुत गिरावट आ गयी है. यह बात मानते सब हैं, पर करता कोई कुछ नहीं. लेकिन, लीक छोड़ चलनेवाले कुछ बिरले होते हैं, जो आलोचना भर से संतुष्ट नहीं होते और बदलाव के लिए कदम बढ़ा लेते हैं. ऐसी ही है बिहार की सुपुत्री साधना. उसने जो साधना शुरू की है, अगर वह एक आंदोलन की शक्ल ले ले,...
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