अच्छे मानसून और कई फसलों का रकबा बढ़ने से इस साल रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन के आसार हैं। कृषि मंत्रालय ने वर्ष 2013-14 में कृषि पैदावार के दूसरे अग्रिम अनुमान जारी किए हैं। इन अनुमानों के मुताबिक, इस साल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 26.32 करोड़ टन तक पहुंचेगा, जो न सिर्फ 25.90 करोड़ टन के लक्ष्य से अधिक है, बल्कि पिछले साल के उत्पादन से भी करीब 61 लाख टन ज्यादा है। बंपर...
More »SEARCH RESULT
एमपी में बंपर गेहूं पैदावार के आसार
सर्दी और पानी के कारण रबी फसलों को फायदा मध्य प्रदेश में खरीफ सीजन के दौरान हुई बारिश के कारण खेतों में मौजूद नमी और वर्तमान में प्रदेश के एक बड़े हिस्से में मावठ की बारिश के कारण फसलों को फायदा होता दिखाई दे रहा है। कृषि विशेषज्ञों और कृषि विभाग के मुताबिक वर्तमान में चल रहा मौसम खासतौर पर गेहूं के...
More »रंग ला रही है बुंदेलखंड को सूखे से निजात दिलाने की कवायद
सागर(मप्र)। जिस बुंदेलखंड को गुजरे जमाने से दरकती जमीन और प्यासे कंठ को तर करने की जद्दोजहद में सर पर गगरी लिए, तपती पगडंडियों पर मीलों तक भटकती महिलाओं और बच्चों के झुंडों के दृश्यों के लिए जाना जाता रहा हो अब प्रदेश सरकार, उसी अंचल की जमीन के चप्पे-चप्पे की प्यास बुझाने और इसे सिंचित बनाने की कवायद में जुटी है। अगर आंकड़ों की मानें तो पिछले पांच साल...
More »खाद्यान्न उत्पादन 3.5%घटने के आसार
मौजूदा फसल वर्ष 2012-13 (जुलाई-जून) में देश का कुल खाद्यान्न उत्पादन 3.5 फीसदी गिरकर 2501 लाख टन रहने की संभावना है। थिंक टैंक सेंटर फोर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के अनुसार पिछले साल कमजोर मानसून के कारण खरीफ के उत्पादन में गिरावट आने से कुल खाद्यान्न उत्पादन कम रहेगा। सीएमआईई की मासिक रिपोर्ट के अनुसार...
More »जलवायु संकट के बादल- अतुल कुमार सिंह
जनसत्ता 26 अक्टुबर, 2012: भारत समेत दुनिया के सामने दो सबसे अहम समस्याएं भुखमरी और जलवायु संकट हैं। ये दोनों ऐसे मुद्दे हैं जिनसे न केवल मानवता के भविष्य बल्कि पूरे जीव-जगत और अंतत: दुनिया के अस्तित्व का प्रश्न जुड़ा हुआ है। विश्व भर में इन मुद्दों पर खासी चर्चा और चिंताएं भी हैं। लेकिन इनसे निपटने के लिए जो उपाय सामने आ रहे हैं उनमें न तो मुकम्मलपन दिखता है और...
More »