फरीदाबाद. जमीन अधिग्रहण के उचित मुआवजे की मांग को लेकर चंदावली गांव में रविवार को हुई महापंचायत में किसानों ने अधिग्रहित जमीन पर कब्जा नहीं देंगे और दोबारा खेतों पर जुताई शुरू कर फसल पैदा करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा 27 अक्टूबर को एकजुट होकर दिल्ली कूच करने का भी निर्णय लिया। दिल्ली में वे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान खेतों में जुताई का शुभारंभ किसान नेता...
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यमुना एक्सप्रेस वे: परियोजना की वापसी को धरना
अलीगढ़ [जागरण संवाददाता]। यमुना एक्सप्रेस वे टाउनशिप प्रोजेक्ट रद होने के बाद भी विवाद ठंडा पड़ता नहीं दिख रहा है। परियोजना का विरोध कर रहे किसानों का आंदोलन भले ही समाप्त हो गया है, लेकिन अब परियोजना की वापसी को लेकर दूसरा आंदोलन शुरू हो गया है। क्षेत्र विकास संघर्ष समिति के बैनर तले लोग रविवार को टप्पल में धरने पर बैठ गए। समिति के सदस्यों ने टाउनशिप परियोजना की वापसी...
More »विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें
जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...
More »उड़ीसा में शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे लोगों पर पुलिस हमला बंद करो
अपने हस्ताक्षरों के साथ हम लोग उड़ीसा राज्य पुलिस द्वारा जगतसिंहपुर जिले में प्रस्तावित पोस्को स्टील परियोजना के विरोध में धरना दे रहे किसानों और मछुआरों के खिलाफ बिना किसी उकसावे के की गई फायरिंग और आग लगाए जाने की कड़ी निंदा करते हैं. ताजा रिपोर्टों के अनुसार धरनास्थल बालीतुथा गांव में आज 100 से अधिक लोग घायल हो गए और अनेक दुकानें और घर पुलिसकर्मियों ने जला दिए. इस अभियान में पुलिस की करीब 40...
More »किसानों की आत्महत्याः एक 12 साल लंबी दारूण कथा
कुछ लोगों के लिए किसानी मुनाफे का धंधा हो सकती है, लेकिन देश की बहुसंख्यक आबादी के लिए यह घाटे का सौदा बना दी गई है. न सिर्फ घाटे का सौदा, बल्कि मौत का सौदा भी. और यह सिर्फ इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि खेती से महज कुछ लोगों का मुनाफा सुनिश्चित रहे. यही वजह है कि खेतिहरों के कर्जे की माफी का फायदा भी आम खेतिहरों को नहीं मिला बल्कि बड़े किसानों को...
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