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बायो तकनीकी खेती : स्वास्थ्य चिंताओं के बीच फील्ड ट्रायल की मंजूरी

स्वास्थ्य और पर्यावरण पर संभावित असर को लेकर जेनेटिकली मॉडिफाइड (जीएम) खेती के समर्थन और विरोध में जारी बहस के बीच केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने फील्ड ट्रायल के लिए आये प्रस्तावों में से करीब 80 फीसदी को हाल में हरी झंडी दे दी है. मई, 2014 में केंद्र में एनडीए सरकार के गठन के बाद से इस संदर्भ में हुई आठ बैठकों के बाद पिछले दिनों यह मंजूरी दी गयी.  ...

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पानी बचाने की खातिर खेतों को समतल बनाने पर जोर

किसान अब पानी बचाने की खातिर खेतों को समतल बनाने पर जोर दे रहे हैं। इसी के चलते जिले के ग्राम राजपुरा में एक किसान ने हरियाणा करनाल से लेजर तकनीक से खेतों को समतल बनाने वाली मशीन खरीदी है। इससे किसान खासकर खरीफ फसल के दौरान खेत में पानी भर जाने से फसलों को होने वाले नुकसान से बचा सकेंगे। जबकि रबी फसल सत्र में पानी की बेहद बचत होगी।...

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संवेदनशील बने मुआवजे का तंत्र- योगेन्द्र यादव

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में किसान ओलावृष्टि का मुआवजा मांगने कलेक्टर के पास गए। मुआवजे के बदले उन्हें मिली गालियां और गिरफ्तारी की धमकियां। इसमें कुछ नई बात नहीं है। किसानों को आए दिन सरकारी दफ्तरों में अपमान झेलना पड़ता है। नई बात सिर्फ यह थी कि इस घटना का वीडियो बना और टी.वी. पर चल गया। इस बहाने देश का ध्यान रबी की फसल के नुकसान और मुआवजे की...

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श्रीगंगानगर कलेक्टर ने लिखा, "मैं शर्मिंदा हूं"

जयपुर। राजस्थान स्थित श्रीगंगानगर के जिला कलेक्टर पीसी किशन ने आखिर कागज पर "मैं शर्मिंदा हूं" लिखकर अपने खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से माफी मांग ली। मुआवजा मांगने आए किसानों को जेल में डालने की धमकी देने और इसके बाद फिर एक विवादित बयान देने वाले कलेक्टर के खिलाफ शुक्रवार को श्रीगंगानगर बंद रहा था और किसानों तथा अन्य लोगों ने कलेक्टर के खिलाफ रैली निकाली थी। बाद में जब ये...

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मिलावटी दूध की बहती गंगा - भवदीप कांग

शुरुआत इसी विरोधाभासी तथ्य से करें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है! पिछले पंद्रह वर्षों में भारत में प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता बढ़कर लगभग दोगुनी हो गई है। अब यह 322 ग्राम प्रतिदिन है। ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि जब भारत में दूध की मांग व आपूर्ति का तंत्र अच्छी तरह विकसित हो चुका है तो हम मिलावटी दूध पीने को मजबूर क्यों हैं?...

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