विवेक वर्द्धन श्रीवास्तव, खरगोन। पिछले कुछ वर्षों से जिले की मिर्च जैसी उपज ने एशिया में अपनी खास जगह बनाई है। भारत में आंध्रप्रदेश के गुंटूर को उत्पादकता व गुणवत्ता में टक्कर देकर इस क्षेत्र ने अपना ध्यान खींचा। परंतु इस वर्ष मिर्च के क्षेत्र में उपलब्धि का 'लाल ताज' छिन सकता है। यहां फैले वायरस ने ना केवल फसलें बर्बाद कर दी बल्कि उत्पादकता पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाला। किसान...
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बांध में पानी भरने से किसानों की खड़ी फसल तबाह
रायपुर। बांध का पानी खेतों में भरने से मंदिर हसौद के कुरुद गांव में 70 किसानों की फसल तबाह हो गई है। ऐन कटाई के वक्त खेतों में पानी भर गया। इससे पूरी फसल खराब हो गई। अब किसानों के कर्ज में डूबने की नौबत आ गई है। किसानों के सामने गंभीर संकट खड़ा हो गया है और उनकी नींद हराम हो गई है। किसानों का कहना है कि बांध...
More »धान की गिरती कीमतों के मुद्दे पर खुद घिरी कांग्रेस
चंडीगढ़. धान की गिरती हुई कीमतों के मुद्दे पर मंगलवार को सदन में सरकार के घेरने के बजाय कांग्रेस खुद घिर गई। पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई बहस में किसानों के नाम पर इस मुद्दे को उठाया। चर्चा के दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी तैश में आए और चावल के निर्यात पर रोक लगी होने जैसा बयान नहीं देने का दावा करते हुए...
More »मॉडल जितना सरल, उतना ही कठिन खरीदी !
बिलासपुर (निप्र)। जिला सहकारी बैंक की ओर से राज्योत्सव में धान खरीदी की प्रक्रिया को मॉडल के रूप में प्रदर्शित किया गया था। इसमें मॉडल से धान खरीदी को जितना सरल बताया गया, वास्तविक में खरीदी की प्रक्रिया इससे कहीं ज्यादा कठिन है। प्रशासन 12 साल में भी समितियों की दशा सुधारने में नाकाम रही है। इसके चलते किसानों को इन समितियों में धान बेचने के लिए हर साल जूझना...
More »पग-पग बीहड़ और अंख-अंख पानी - पंकज चतुर्वेदी
चंबल, मध्य प्रदेश के भिंड और मुरैना जिले में ऐसे 948 गांव हैं, जहां का सामाजिक व आर्थिक ताना-बाना जमीन में पड़ती गहरी दरारों के कारण पूरी तरह से बिखर चुका है। यहां की जमीन का रिकॉर्ड रखना सरकार के बस में नहीं है, क्योंकि पता नहीं कौन-सी सुबह किसका घर, खेत या सड़क बीहड़ की भेंट चढ़ जाए। लगभग 16.14 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल वाले चंबल संभाग का कोई 20...
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