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ऐसे तो नहीं मिलेगी किसान को राहत - डॉ भरत झुनझुनवाला

वित्तमंत्री अरुण जेटली ने किसानों के लिए नई बीमा योजना लागू करने की घोषणा की है। प्राकृतिक आपदाओं से हुई खेती की क्षति के कारण किसान कर्ज अदा नहीं कर पाते हैं और खुदकुशी को मजबूर होते हैं। योजना है कि बीमा के प्रीमियम पर सरकार सबसिडी देगी। देश के लगभग दो-तिहाई किसानों के पास ढाई एकड़ से कम जमीन है। उत्तराखंड के मेरे गांव में इतनी जमीन पर लगभग...

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लखीमपुर में मिड-डे मील का दूध पीकर 17 बच्चे बीमार, तीन निलंबित

लखनऊ। लखीमपुर के एक प्राइमरी स्कूल में मिड-डे मील में मिला दूध पीने से 17 बच्चे बीमार हो गए। इस घटना से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने आनन-फानन में बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।इस घटना की खबर मिलने पर डीएम किंजल सिंह पसगवां के मड़वा स्कूल पहुंच रही हैं। यहां सरकारी दूध पीकर 30 से ज्यादा बच्चे बीमार हुए थे। इस मामले के बाद...

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आठ महीने के ऊंचे स्तर पर पहुंची खुदरा महंगाई

नई दिल्ली। महंगाई के मोर्चे पर आम लोगों के साथ ही सरकार की परेशानी बढ़ गई है। इस साल जून में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 5.4 फीसद पर पहुंच गई। यह इसका आठ माह का उच्चतम स्तर है। मई में खुदरा कीमतों के आधार पर मापी जाने वाली महंगाई की यह दर 5.01 फीसद थी। सरकार की ओर से गुरुवार को खुदरा मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़े जारी किए गए। रिजर्व...

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मां के दूध में मिले अंदाजे से 100 गुना ज्यादा पेस्टिसाइड

सिरसा (हरियाणा): क्या नवजात के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाने वाला मां का दूध भी सुरक्षित नहीं रहा? एक रिपोर्ट में मां के दूध में पेस्टिसाइड के अंश मिलने की बात सामने आई है। सिरसा में एक किलो दूध में 0.12 मिलीग्राम पेस्टिसाइड मिला। यह वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अंदाजे से 100 गुना ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर सरकार ने खाने-पीने की चीजों में हानिकारक कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं...

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कहां है सुधारों की अगली खेप-- रामचंद्र गुहा

सन 2009 के आम चुनाव के ठीक बाद मैंने बेंगलुरु में एक भाषण सुना, जो नई सरकार के लिए नीतियों के नए रोडमैप पर था। वक्ता थे राकेश मोहन, जो उद्योग व वित्त मंत्रालय में वरिष्ठ पदों पर रह चुके थे और उस वक्त रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर थे। राकेश मोहन का कहना था कि आर्थिक सुधारों की पहली लहर ने व्यापार को सरकारी नियंत्रण से बाहर निकाला और...

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