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चौ. रणबीर सिंह के प्रयासों से रखी गई हरित-क्रांति : प्रणब

रोहतक,  जागरण संवाददाता : केंद्रीय वित्ता मंत्री प्रणब  मुखर्जी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी चौ. रणबीर  सिंह की पहल के चलते भाखड़ा  बांध परियोजना सिरे चढ़ी, जो हरित क्रांति लाने में मील का पत्थर साबित हुई। उन्होंने चौ. रणबीर सिंह सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन संस्थान 'स्वराज सदन' की आधारशिला रखी। बृहस्पतिवार को सुबह करीब 11  बजे केंद्रीय वित्ता मंत्री प्रणब  मुखर्जी एमडी  यूनिवर्सिटी परिसर पहुंचे। आडिटोरियम में चौ. रणबीर सिंह शोध पीठ के तत्वावधान में आयोजित प्रथम स्मृति...

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हमारी नादानी से नदारद न हो जाएं नदियां

इसे अपनी संस्कृति की विशेषता कहें या परंपरा, हमारे यहा मेले नदियों के तट पर, उनके संगम पर या धर्म स्थानों पर लगते हैं और जहा तक कुंभ का सवाल है, वह तो नदियों के तट पर ही लगते हैं। आस्था के वशीभूत लाखों-करोड़ों लोग आकर उन नदियों में स्नानकर पुण्य अर्जित कर खुद को धन्य समझते हैं, लेकिन विडंबना यह है कि वे उस नदी के जीवन के बारे में कभी भी नहीं सोचते।...

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सीएम ने बीपीएल परिवारों को दी 51 करोड़ की सहायता

जयपुर, जासंकें : पिछले वित्त वर्ष में 24 लाख 16 हजार से अधिक लोगों को 51 करोड़ 30 लाख की सहायता प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री जीवन रक्षा कोष, राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष के नियमों एवं प्रक्रिया को सरल कर गरीबों को नि:शुल्क एवं सरलीकृत किया है। वर्ष 2009 में राजस्थान मुख्यमंत्री जीवन रक्षा कोष से बीपीएल परिवारों के 24 लाख पांच हजार 538 रोगियों को निशुल्क रोगोपचार के लिए 25 करोड़...

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गुजरात में नहीं थम रहा छुआछूतः रिपोर्ट

अहमदाबाद. गुजरात में दलितों के साथ जाति आधारित भेदभाव बदस्तूर जारी है। एक अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है कि गुजरात में दलितों के साथ छुआछूत लगातार जारी है। दलित नित्य प्रति के कामों जैसे शिक्षा तथा चिकित्सा सुविधा के अलावा वे कहां रह सकते हैं। कौन सा काम कर सकते हैं आदि में भी भेदभाव किया जाता है। इस अध्ययन रिपोर्ट को दलितों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले राज्य के सबसे...

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इन सुदामाओं के कृष्ण कहां

इलाहाबाद । परंपरा और संस्कृति का चंदन माथे पर लगाए प्रदेश के न जाने कितने लोक कलाकार सुदामा बनने के कगार पर पहुंच गये हैं। गांव में बसे होने के कारण इन सुदामाओं पर अभी सरकार की नजर नहीं पड़ी है। जिस कारण कई लोक कलाएं लुप्त होने की स्थित में हैं। देश में फिल्मों को प्रोत्साहन देने वाली नौटंकी कला का भी कुछ यही हाल है। पवारा और करिंगा जैसी कलाएं एक पीढ़ी के...

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