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पहले नियुक्ति और अब शिक्षकों की पात्रता परीक्षा!

रायपुर। राज्य के स्कूलों में ऐसे शिक्षाकर्मी, जो कि बगैर टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा) पास होकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, उन्हें जुलाई में होने वाली टीईटी में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है। वहीं इस मामले में शिक्षाविदें का कहना है कि पहले नियुक्ति और फिर पात्रता का परीक्षण करना गलत है। सरकार अपनी चूक को छिपाने के लिए शिक्षकों पर बोझ डाल रही है। स्कूल शिक्षा विभाग...

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बेरोजगारी बढ़ने के सबब-- अरविन्द जयतिलक

पिछले दिनों प्रकाश में आई ‘एस्पाइरिंग माइंड्स' की ‘नेशनल इम्पालयबिलिटी रिपोर्ट' चिंतित करने वाली है। यह रिपोर्ट बताती है कि इंजीनियरिंग डिग्री रखने वाले स्नातकों में कुशलता की कमी है और उनमें से करीब अस्सी फीसद स्नातक रोजगार के काबिल नहीं हैं। गौरतलब है कि यह रिपोर्ट देश भर के साढ़े छह सौ से अधिक इंजीनियरिंग कॉलेजों के तकरीबन डेढ़ लाख इंजीनियरिंग छात्रों पर किए गए अध्ययन पर आधारित है।...

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देश में पांच करोड़ फर्जी लाइसेंस, अब होगी कड़ी सजा

नयी दिल्ली. भारत में लगभग हर तीसरा ड्राइविंग लाइसेंस जाली हो सकता है क्योंकि एक आधिकारिक आंकड़े के अनुसार सड़कों पर पांच करोड़ से अधिक लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी पाये गये. हालांकि फर्जी लाइसेंसों के साथ गाड़ी चलाते पाये गये लोगों को जल्द ही एक साल तक की कैद और 10,000 रुपये तक के जुर्माने की सजा का प्रावधान हो सकता है जो इस समय अधिकतम तीन महीने की कैद...

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जेएनयू-डीयू कुलपतियों को जगदलपुर एसपी की चिट्ठी

रायपुर (ब्यूरो)। जेएनयू व डीयू के कुलपतियों को जगदलपुर एसपी राजेंद्र नारायण दास ने पत्र लिखकर प्रोफेसर नंदिनी सुंदर व अर्चना प्रसाद के खिलाफ चल रही पुलिस जांच की जानकारी दी है। एसपी का यह पत्र सोशल मीडिया में रविवार सुबह से वायरल हो रहा है। इसके बाद जेएनयू और डीयू के प्रोफेसरों ने एसपी के अधिकार पर भी सवाल उठा दिए और कहा कि उन्हें इसका अधिकार नहीं, ये...

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सरकार ....! आखिर ये बौद्घिक नसबंदी क्यों ?-- आनंद पांडे

क्या अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर अब एक नई बहस का वक्त आ गया है? अभिव्यक्ति की आजादी कितनी हो और उसे किस तरह सार्वजनिक किया जाए...क्या इसको लेकर भी नए मापदंड बनाए जाने चाहिए? क्या अब बहस-विमर्श और समीक्षा इस बात को लेकर होनी चाहिए कि आजादी के इतने सालों बाद भी हमें समाज के एक बड़े बुद्घिजीवी वर्ग को सिर्फ इसलिए सामाजिक बहसों से दूर रखना चाहिए...क्योंकि वो...

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