क्या सरकारी प्रयासों के बावजूद किसानों की आत्महत्या के ना थमने वाले सिलसिले का एक पहलू दलित और महिला अधिकारों की अनदेखी से भी जुड़ता है। सेंटर फॉर ह्यूमन राइटस् एंड ग्लोबल जस्टिस(सीएचआरजीजे) द्वारा जारी एक नई रिपोर्ट की मानें तो- हां। सीएचआरजीजे और द इंटरनेशनल ह्यूमन राइटस् क्लीनिक की तरफ से जारी इस रिपोर्ट में आशंका व्यक्त की गई है कि खेतिहर संकट से जूझ रहे भारत में किसानों की आत्महत्या की...
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मानवाधिकार संगठन की नई रिपोर्ट - किसान-आत्महत्या के कुछ अनदेखे पहलू
क्या सरकारी प्रयासों के बावजूद किसानों की आत्महत्या के ना थमने वाले सिलसिले का एक पहलू दलित और महिला अधिकारों की अनदेखी से भी जुड़ता है। सेंटर फॉर ह्यूमन राइटस् एंड ग्लोबल जस्टिस(सीएचआरजीजे) द्वारा जारी एक नई रिपोर्ट की मानें तो- हां। सीएचआरजीजे और द इंटरनेशनल ह्यूमन राइटस् क्लीनिक की तरफ से जारी इस रिपोर्ट में आशंका व्यक्त की गई है कि खेतिहर संकट से जूझ रहे भारत में किसानों की आत्महत्या की...
More »2010-11 में खाद्यान्न उत्पादन का आकलन 232.07 मिलियन टन
2010-11 के लिए फसल उत्पाद का दूसरा अग्रिम आकलन आज जारी कर दिया गया है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय सीएसओ ने 2010-11 के दौरान 232.07 मिलियन टन खाद्यान्न के उत्पादन का अनुमान लगाया है। पिछले वर्ष 218.11 मिलियन टन खाद्यान्न का उत्पादन हुआ था। इस वर्ष का उत्पादन 2008-09 में हुए 234.47 मिलियन टन खाद्यान्न के रिकॉर्ड उत्पादन से थोड़ा ही नीचे रहेगा। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने अनुमान लगाया है कि...
More »बेमौसम बारिश से 90 प्रतिशत हुआ फसल नुकसान
मुंबई. बेमौसम बरसात के कारण राज्य में हुए फसल नुकसान का जायजा केन्द्र सरकार के एक छह सदस्यीय दल ने लिया। दल के सदस्यों ने विदर्भ, कोकण व नाशिक में हुए नुकसान का जायजा लिया और माना कि फसलों का 90 प्रतिशत नुकसान हुआ है। पिछले दो दिनों तक दौरा कर दल के सदस्यों ने माना कि अंगूर, धान, प्याज, कपास व संतरा की फसल को बेमौसम बरसात के कारण भारी नुकसान हुआ है।...
More »खेती में असली क्रांति -- देविंदर शर्मा
2010 तो इतिहास बनने जा रहा है. मैं सशंकित हूं कि क्या नया साल किसानों के लिए कोई उम्मीद जगाएगा? अनेक वर्षो से मैं नए साल से पहले प्रार्थना और उम्मीद करता हूं कि कम से कम यह साल तो किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाएगा, किंतु दुर्भाग्य से ऐसा कभी नहीं हुआ. साल दर साल किसानों की आर्थिक दशा बद से बदतर होती जा रही है. साथ ही कृषि भूमि...
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