पटना, हमारे प्रतिनिधि: सरकार की गलत नीतियों के कारण पिछले कुछ वर्षो में देश के दो लाख से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है। देश के किसान दिनोंदिन गरीब होते जा रहे हैं, जबकि विदेशी कंपनियां मोटी कमाई कर रही हैं। ये बातें सोमवार को स्थानीय श्रीकृष्ण विज्ञान केन्द्र में आयोजित एक बैठक में किसान स्वराज्य यात्रा में शामिल वक्ताओं ने कहीं। किसान स्वराज्य यात्रा 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के...
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‘टेस्ट ट्यूब बेबी पैदा हो सकती हैं अनाज नहीं’: रामकृष्ण कुसमरिया
भोपाल. ज्यादा रसायनों के उपयोग से नष्ट हो रही उपजाऊ भूमि को बचाने के लिए मिट्टी वैज्ञानिक इस बात की चिंता करें कि टेस्ट ट्यूब बेबी हो सकते हैं, अनाज नहीं। क्योंकि अनाज को मिट्टी के अलावा और कहीं पैदा नहीं किया जा सकता है। इसलिए दुनिया को बचाने के लिए जरूरी है कि खेती की उपजाऊ भूमि को सुरक्षित रखें। यह तभी संभव है, जब जैविक खेती के लिए किसानों को...
More »कृषकों को मार्केट से जोड़े सरकार
भोपाल. मप्र राज्य कृषक आयोग ने प्रदेश में रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध इस्तेमाल पर चिंता जताते हुए जैविक कृषि को बढ़ावा देने की अनुशंसा की है। साथ ही कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए उसे सीधे बाजार से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए जाने की जरूरत भी जताई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपी रिपोर्ट में आयोग ने कहा है कि खेती की मुख्य समस्या...
More »अंग्रेज भी उत्तराखंडी खुशबू के मुरीद
देहरादून [केदार दत्त]। देहरादून देवभूमि से खुशबू को ऐसे पंख लगे कि वह घर से निकलकर सात समंदर पार की सैर में मशगूल हो गई। अरब के शेखों और समूचे यूरोप पर इसका ऐसा रंग चढ़ा वे इसके मुरीद हो गए हैं। इस बात की इससे तस्दीक होती है कि बीते सीजन में उत्तराखंड से चालीस हजार क्विंटल बासमती में से करीब अस्सी फीसदी का निर्यात खाड़ी और यूरोप...
More »जहर का कारोबार- वंदना शिवा
भोपाल गैस त्रासदी मनुष्य जाति के इतिहास का भयावहतम औद्योगिक हादसा था, लेकिन इसके शिकार हुए लोगों के साथ हुआ अन्याय भी किसी त्रासदी से कम नहीं है। यूनियन कार्बाइड में ‘काराबिल’ नामक कीटनाशक बनाया जाता था, जिसका इस्तेमाल मुख्यत: कपास की खेती में होता है। गैस त्रासदी के बाद ही मैंने निश्चय किया था कि मैं जैविक खेती को बढ़ावा देने की कोशिश करूंगी और यही विचार ‘नवधान्य’ की...
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