रायपुर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चम्पा जिले के किसानों ने सरकार पर जिले की 40,000 एकड़ अत्यधिक उपजाऊ भूमि कोयला आधारित बिजली संयंत्रों की भेंट चढ़ाने का आरोप लगाया है। राज्य सरकार का कहना है कि निजी उपजाऊ भूमि को परियोजनाओं के दायरे से बाहर रखने के लिए वह हर सम्भव कोशिश करेगी। जांजगीर-चम्पा जिले की 80 फीसदी भूमि सिंचित क्षेत्र में आती है। यहां प्रति हेक्टेयर 34-35 क्विंटल धान की उपज...
More »SEARCH RESULT
ओलों से बर्बाद फसल का मुआवजा नहीं
जयपुर. ओलावृष्टि से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर नष्ट हुई फसलों के बाद प्रभावित किसानों की मदद करने में कृषि विभाग ने हाथ खड़े कर दिए हैं। मौसम बीमा योजना में ओलावृष्टि से हुए नुकसान पर मुआवजे का प्रावधान नहीं होने से प्रभावित किसानों को कोई राहत नहीं मिल पाएगी। सरकार ने पिछले साल मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू की थी। इस योजना में अतिवृष्टि, सूखा, तापक्रम और...
More »किसानों की हत्या पर मुहर--- देविंदर शर्मा
जीएम फसलें एक बार फिर चर्चा में है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपनी पूर्ववर्ती नीति से पलटी मारकर अब सार्वजनिक रूप से जीएम फसलों को समर्थन देना शुरू कर दिया है. बहस गरमा रही है. यह उसी लाइन पर जा रही है, जिस पर शरद पवार जोर दे रहे है. इसमें हैरत की बात नहीं है. मैं देर-सबेर इसकी उम्मीद कर रहा था. आखिरकार, विकिलीक्स पहले ही खुलासा कर चुका है...
More »अपने पापों की वजह से मर रहे हैं किसानः कृषि मंत्री
दमोह. दमोह कृषि मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने किसानों की आत्महत्या करने के मामले में कहा कि किसान अपना पाप ढो रहे हैं। उन्होंने जिस तरह जमीन में केमिकलयुक्त दवाओं का उपयोग किया है, उससे जमीन तो खराब हुई ही है फसलों को भी नुकसान हो रहा है इसलिए ये घटनाएं हो रहीं हैं। उन्होंने किसानों के हितों का ध्यान न रखने की बात को अस्वीकार करते हुए उल्टा मीडिया पर आरोप...
More »किसान आत्महत्या-- एक रेल से कटा, दो ने पीया जहर
नरसिंहपुर/दमोह. किसानों द्वारा आत्महत्या या इसका प्रयास करने का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। बुधवार को नरसिंहपुर में एक किसान ट्रेन के नीचे आकर कट गया, वहीं दमोह जिले में दो किसानों ने जहर पीकर जान देने का प्रयास किया। तीनों घटनाओं में कारण किसानों का कर्ज में डूबना बताया जा रहा है। नहीं बचा था कोई काम नरसिंहपुर में मंगलवार की रात तेंदूखेड़ा निवारी चौखेलाल मेहरा नाम एक किसान ने ट्रेन से...
More »