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रोजी-रोटी देने में पंजाब पूरे देश में टॉप 5 पर

चंडीगढ़. रोजगार देने के मामले में पंजाब समूचे देश भर में टॉप 5 पर है। इसका खुलासा मिनिस्ट्री ऑफ लेबर एंड एंप्लॉयमेंट, लेबर ब्यूरो द्वारा कराए गए ‘एंप्लॉयमेंट एंड अनएंप्लॉयमेंट’ सर्वे में हुआ है। लेबर ब्यूरो के डायरेक्टर जनरल डीएस कोलामकर के मुताबिक वर्ष 2011-12 में देश के तमाम 535 जिलों में 1.28 लाख परिवारों के बीच किये गये सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे के मुताबिक ग्रामीण इलाकों...

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इस एक आंकड़े ने कर दिया अमीर राज्य को भी शर्मिंदा

चंडीगढ़. रोजगार देने के मामले में हरियाणा अपने पड़ोसी राज्यों के मुकाबले काफी पीछे है। हालांकि देश भर में उसका 12 वां नंबर है। वहीं पंजाब समूचे उत्तर भारत में अव्वल है। वहीं देश में पांचवां स्थान पर है। सेंट्रल लेबर एवं एंप्लॉयमेंट मिनिस्ट्री द्वारा एंप्लॉयमेंट और अनएंप्लॉयमेंट को लेकर वर्ष 2011-12 की सर्वे रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। सर्वे के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर बेरोजगारी की दर 3.8 फीसदी...

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क्या योरोप खुद को बचा पाएगा- पॉल क्रुगमैन

हाल के कुछ महीनों के दौरान मैंने यूरोप की संभावनाओं के बारे में कई आशावादी मूल्यांकन देखे। आश्चर्यजनक रूप से इनमें से कोई भी मूल्यांकन यह बता पाने में असमर्थ था कि यूरो संकट के हल के लिए जर्मनी ने जो फॉरमूला दिया है, उसकी सफलता की कोई संभावना है भी या नहीं। इसके विपरीत ये मूल्यांकन यूरो की विफलता की उस आशंका को ही अधिक व्यक्त करते दिख रहे...

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मंदी से बचे रहेंगे खेत और किसान

सामाजिक कार्यकर्ता अशोक भगत अपने वैचारिक आधार से ज्यादा गांवों के विकास का आधार तैयार करने के लिए जाने जाते हैं. 1983 में उन्होंने देश के सबसे पिछड़े जिलों में से एक गुमला के बिशुनपुर से विकास भारती नामक संस्था बना कर ग्राम विकास के काम की शुरुआत की. आज इस संस्था की राज्य के हर जिले में उपस्थिति है. विकास भारती का 30 वां साल चल रहा है. लंबी यात्र...

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सिंगरौली में संघर्ष जारी है- पुण्य प्रसून वाजपेयी

जनसत्ता 25 मई, 2012: यह रास्ता जंगल की तरफ जाता जरूर है, लेकिन जंगल का मतलब वहां सिर्फ जानवरों का निवास नहीं होता। जानवर तो आपके आधुनिक शहर में हैं, जहां ताकत का अहसास होता है। जो ताकतवर है उसके सामने समूची व्यवस्था नतमस्तक है। लेकिन जंगल में तो ऐसा नहीं है। यहां जीने का अहसास है। सामूहिक संघर्ष है। एक दूसरे के मुश्किल हालात को समझने का संयम है। फिर न्याय से लेकर...

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