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वही कहो, जो दीदी कहें - चंदन श्रीवास्तव

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जीत और कोलकाता में ममता बनर्जी की ताजपोशी के महज एक साल के भीतर कोलकाता में ममता बनर्जी को लेकर सोच का पहिया उलटी दिशा में घूम गया है. पिछले साल के मई तक जो बुद्धिजीवी आंदोलनधर्मी दीदी के साथ थे, उन्हें साल पूरा होते-होते लग रहा है कि गद्दी पर बैठी ममता बनर्जी की रीति-नीति के साथ खड़ा होना मुश्किल है. फिलहाल कोलकाता में आंदोलनधर्मी...

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गांव पहुंची मानवाधिकार टीम से हो गया नक्सलियों का सामना और फिर...

लातेहार.नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन के नाम पर ग्रामीणों के साथ ज्यादती की शिकायत पर वस्तुस्थिति का जायजा लेने बरवाडीह थाना क्षेत्र के नवरनागू गांव पहुंची अखिल भारतीय मानवाधिकार टीम के सदस्यों की मुलाकात नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के दस्ते से हो गई।     तीन घंटे तक दोनों ओर से गरमागरम बहस भी हुई। टीम में शामिल सदस्यों के हरेक सवाल का जवाब माओवादी के प्लाटून कमांडर आकाश ने बखूबी दिया। आकाश ने कहा कि...

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कुडनकुलम पर विरोध के पीछे है कोई गुप्त मकसद

गृहमंत्री पी चिदंबरम का कहना है कि सरकार की ओर से सुरक्षा के आश्वासन के बावजूद कुडनकुलम में परमाणु उर्जा संयंत्र के खिलाफ प्रदर्शनों के जारी रहने के पीछे कुछ गुप्त उद्देशय दिखाई देते हैं।     चिदंबरम ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तमिलनाडु में बिजली संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की और राज्य सरकार से इस समस्या का त्वरित समाधान निकालने के लिहाज से कदम उठाने का आग्रह किया।...

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अवैध खनन का ‘राज’स्थान- शिरीष खरे(तहलका) की रिपोर्ट

पिछले साल सर्वोच्च न्यायालय के सामने राजस्थान सरकार ने दावा किया था कि अरावली की पहाड़ियों में खनन पूरी तरह बंद है. लेकिन राष्ट्रीय राजधानी के मुहाने पर बसे सीकर जिले की तस्वीर ही इस दावे की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है. शिरीष खरे की रिपोर्ट राजस्थान की राजधानी जयपुर को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-8 के साथ ऊंट के आकार-सी उठती-बैठती अरावली पर्वत श्रृंखला...

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बिहार में सच बड़ा या झूठ?- मणिकांत ठाकुर बीबीसी संवाददाता

बिहार में सूचना का अधिकार, यानी, आरटीआई, क़ानून कथित सरकारी मकड़जाल में फंस कर विवादों में घिर गया है. इस बाबत राज्य सरकार द्वारा प्रचारित 'उपलब्धियों' और जमीनी सच्चाइयों के बीच बड़ा फ़र्क देख रहे आरटीआइ कार्यकर्त्ता आंदोलित हो उठे हैं. बिहार की नीतीश सरकार अपने शासन के सातवें साल से गुजर रही है. कहा जा रहा है कि इस दौरान यहाँ शासन द्वारा बरती गई चालाकियां किस तरह कामयाबियां...

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