नई दिल्ली। देश की आर्थिक विकास दर के चालू वित्त वर्ष 2016-17 में 7.7 फीसद रहने का अनुमान है। कृषि और औद्योगिक क्षेत्र के प्रदर्शन में सुधार का ग्रोथ को सहारा मिलेगा। लगातार दो साल कमजोर मानसून के बाद इस साल इसके अच्छे रहने की संभावनाओं ने सकारात्मक आउटलुक को बल दिया है। फिलहाल, निवेश चक्र के रफ्तार पकड़ने में छह महीने लग सकते हैं। फिक्की के इकोनॉमिक आउटलुक सर्वे...
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सुलगता सवाल : क्या मॉनसून की बारिश सूखे की भरपायी कर पायेगी ? सूखते जलागार, घटता जलस्तर, पेयजल और सिंचाई के संकट पर क्या कहते हैं विशेषज्ञ, नये शोध और आधिकारिक दस्तावेज...जानने के लिए यहां क्लिक करें.
लगातार दो सालों (2014-15 और 2015-16) में सामान्य से क्रमशः 12 और 14 फीसदी कम बारिश के कारण सूखे की मार झेल चुका देश इस साल मानसून से पहले भयावह गर्मी की चपेट में है. चैत के दिन जेठ के दुपहरिया की तरह तपे और देश के कई इलाकों में अप्रैल महीने में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से लेकर 46 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा जो कि सामान्य से...
More »मानसून बढ़ाएगा इकोनॉमी की रफ्तार, 2016 में 7.5% रहेगी इंडिया की जीडीपी: मूडीज...
नई दिल्ली। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा है कि 2016 और 2017 में इंडिया की इकोनॉमिक ग्रोथ रेट 7.5 फीसदी रहेगी। मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने बेहतर मानूसन के पूर्वानुमान के चलते आगे भी महंगाई में नरमी बने रहने के संकेत हैं.. इस कथा को आगे पढ़ने के लिएयहां क्लिक करें ...
More »मई के अंत में ही देश में आ जाएगा मानसून
दक्षिण पश्चिम मानसून केरल के रास्ते देश में इस माह के अंत तक प्रवेश कर सकता है। आमतौर पर 1 जून को आने वाला मानसून इस बार कुछ दिन पहले ही प्रवेश का अनुमान मौसम की जानकारी देने वाली निजी कंपनी स्काईमेट जता रही है। यह मानसून जून से सितंबर तक के लिए सक्रिय रहता है। स्काईमेट के मुताबिक मई 18 और मई 20 के बीच मानसून अंडमान और निकोबार...
More »छत्तीसगढ़ के अधिकतर बांधों में बचा है चौथाई पानी
रायपुर(ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ के कई बांध सूख चुके हैं या कुछ सूखने के कगार पर पहुंच गए हैं। प्रदेश के सभी छोटे-बड़े बांधों में फिलहाल केवल 27 फीसदी पानी रह गया है। वहीं, विभिन्न जलाशयों से नहरों के जरिए गांवों में तालाबों को निस्तारी के लिए भरने पानी छोड़ा जा रहा है, जिसकी वजह से बांधों का जल स्तर तेजी से घट रहा है। यही हालात रहे तो आने वाले दिनों...
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