रायपुर (निप्र)। 13 साल की एक बच्ची दादा को वाकर के सहारे चलता देख कुछ ऐसा कर गई, जो दूसरों के लिए मिसाल बन गया। दादा की तकलीफों को देख पटना की शालिनी के दिमाग में औरों की तकलीफ दूर करने के लिए एडजेस्टेबल वॉकर का आइडिया 2011 में आइडिया आया और आज यह वॉकर बन कर तैयार है। इस वॉकर के आइडिए के लिए शालिनी को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल...
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राजनीतिक दलों में दलितों को लुभाने की होड़ - शिवानंद तिवारी
यह सबने देखा कि पिछले दिनों करीब-करीब सभी दलों में आंबेडकर जयंती मनाने को लेकर किस कदर होड़ रही। इस होड़ ने यही साबित किया कि दलित वोट की महत्ता आज पहले की तुलना में कहीं ज्यादा बढ़ गई है। दलितों को मतदान का अधिकार तो शुरू से ही है, लेकिन समाज में अपनी दयनीय स्थिति और राजनीतिक चेतना के अभाव में दलित समाज अपने इस अधिकार का इस्तेमाल नहीं...
More »उपज कम देख 36 और किसानों की मौत
लखनऊ। कुदरत की मार के बाद बर्बाद फसल के दर्द को झेल रहे किसान कम पैदावार और खराब गुणवत्ता को देखकर अपना धैर्य खो बैठ रहे हैं। बर्बादी का मंजर सदमा बनकर पूरी तरह से टूट चुके किसानों की जान ले रहा है तो कुछ आत्महत्या पर आमादा हैं। जिंदगी की कशमकश में फंसे बुधवार को 36 और किसानों की मौत हो गई। शाहजहांपुर में फसल बर्बादी के गम में डूबे...
More »फसल बर्बादी की हताशा में 31 और किसानों की मौत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मौसम के उलटफेर से हुई फसलों की बर्बादी अब तक किसानों की अकाल मौत की वजह बनी हुई है। उजड़ी फसल और अपनों को खोने से गमजदा परिवार सांसत में हैं। आंधी-पानी से हुए नुकसान की कोई भरपाई होती न देख असहाय किसानों की या तो सदमे से मौत हो जा रही है या हताशा और निराशा में आत्महत्या कर रहे हैं। बीते 24 घंटे में...
More »जंगल के दावेदारों पर मंडराता खतरा - के सी त्यागी
भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के बाद अब आदिवासियों और जंगलों का मामला विवाद में है। ग्राम सभा की सहमति को, जो वन अधिकार कानून के अंतर्गत अनिवार्य है, समाप्त करने के संकेत मिल रहे हैं। संसद के इसी सत्र में यह प्रस्ताव लाया जा रहा है। जिन्हें हम आज अनुसूचित जातियों के अंतर्गत गिनते हैं, उन आदिवासियों की दशा अंग्रेजों के आगमन के समय से ही दयनीय हो चली थी। अंग्रेज...
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