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एनएच व मनरेगा में हकमारी-।। रामनरेश चौरसिया ।।

पटना : केंद्र यदि बिहार की अनदेखी न करे, तो बिहार नेशनल हाइवे के मामले में भी विकसित राज्यों की बराबरी कर सकता है. राज्य में नेशनल हाइवे का वैसे ही संकट है, उस पर सिंगल नेशनल हाइवे भी यहां सबसे अधिक है. दूसरे राज्यों में, जहां फोर और सिक्स लेनवाले नेशनल हाइवे का निर्माण हो रहा है, वहीं बिहार में आज भी 839 किलोमीटर सिंगल रोडवाले एनएच हैं. सिंगल रोडवाले नेशनल...

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जल विद्युत का तांडव- भरत झुनझुनवाला

केंद्र सरकार समेत सभी पहाड़ी राज्यों की सरकारें देश की सभी नदियों पर जल विद्युत के उत्पादन के लिए बांध बनाने को संकल्पित हैं. इनका मानना है कि इन परियोजनाओं से आर्थिक लाभ ज्यादा है. आर्थिक विकास का दबाव इतना अधिक है कि आर्थिक लाभ के लिए पर्यावरण ही नहीं, कानून को भी ताक पर रख कर परियोजनाएं बनायी जा रही हैं. इसका एक उदाहरण उत्तराखंड में अलकनंदा नदी पर बनायी जा...

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गर्भाशय जांच : मीडिया की उपस्थिति पर आपत्ति

मुजफ्फरपुर, कासं : गर्भाशय ऑपरेशन की जांच ज्यों-ज्यों आगे बढ़ रही है, अस्पताल प्रबंधनों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। कुछ जगहों पर मिली गड़बड़ी सार्वजनिक होने से इनकी बौखलाहट भी दिखने लगी है। रिपोर्ट सार्वजनिक न हो इसलिए मीडियाकर्मियों को जांच से दूर रखने के लिए अस्पताल प्रबंधनों का शिष्टमंडल जिलाधिकारी संतोष कुमार मल्ल से मिला। इसके बाद निर्णय हुआ कि जांच के दौरान मीडियाकर्मी वहां नहीं रहेंगे। इस कारण...

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झुकी सरकार, जलसत्याग्रहियों को जमीन के बदले जमीन

भोपाल : ओंकारेश्वर बांध के विस्थापितों की मांग राज्य सरकार ने मान ली है और मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन दिया है कि विस्थापितों को जमीन के बदले जमीन ही दी जायेगी. उन्होंने कहा कि 90 दिन में पूरा विवाद खत्म कर दिया जायेगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपील की है कि जलसत्याग्रही अपना आंदोलन खत्म करें और पानी से बाहर निकल आयें. उन्होंने खंडवा में पांच सदस्यों की एक कमेटी...

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पहाड़ से चिट्ठी- पंकज पुष्कर

जनसत्ता 11 अगस्त, 2012: कुदरत हमें थिरता और नर्तन दोनों सिखाती है। हर्ष और विषाद के बार-बार आने वाले ऐसे ही अवसरों के बीच पहाड़ों का स्वभाव बना है। उत्तरकाशी के उफनते बादल पहाड़ और कुदरत के रिश्तों की जटिलता की ओर ध्यान दिलाते हैं। भला ऐसा कैसे है कि आपदाओं के बीच भी पर्वतीय जीवन प्रकृति-प्रेम का सहजीवन है। बारिश को ही लें। यह मन में हिलोर पैदा करती है। लेकिन...

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