SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 559

सब्सिडी : कल्याण या राजनीति? मुफ्तखोरी के दुष्चक्र में फंसता देश

ज्यादातर देशों में एक ओर जहां राजनीतिक पार्टियां चुनाव जीतने के लिए मुफ्तखोरी को हथियार बनाती हैं, वहीं इसी दुनिया में स्विटजरलैंड जैसा भी एक देश है, जहां की जनता ने सरकार की इस पेशकश को ठुकरा दिया. दूसरी तरफ भारत में देखें तो राजनीतिक पार्टियां और सरकारें मतदाताओं को लुभाने के लिए मुफ्तखोरी को बढ़ावा देनेवाली नीतियों को प्रश्रय देती रहती हैं भारत जैसे कल्याणकारी राज्य में सब्सिडी एक जरूरी...

More »

बेईमान हुए बदरा, बिहार को छोड़ कर निकल गये ओड़िशा और छत्तीसगढ़

पटना : बिहार के लोगों को मॉनसून ने दोबारा से धोखा दे दिया है. मॉनसून अचानक से सोमवार की रात से बिहार छोड़ ओड़िशा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ की ओर शिफ्ट कर गया है. वहां लो प्रेशर का स्ट्रांग जोन बना हुआ और मॉनसून को अपनी ओर खींच रहा है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मॉनसून का यह बदला मिजाज एक जुलाई तक देखने को मिलेगा. उसके बाद ही अब...

More »

दाल हुई बेलगाम, 200 रुपये किलो तक पहुंची कीमत

नई दिल्‍ली। कभी दाल-रोटी को गरीब की थाली बताया जाता था, लेकिन आज ऐसा नहीं है। आज दालाें की कीमत आसमान छू रही हैं। दलहन की कीमत 16 जून को 200 रुपए किलो के करीब पहुंच गई। इसको देखते हुए सरकार ने दालों की खुदरा बिक्री 120 रुपए किलो पर करने के लिए इसके बफर स्टॉक की सीमा पांच गुना बढ़ाकर आठ लाख टन करने का फैसला किया है। हालांकि...

More »

तेलंगाना के 99 फीसदी लोग खाते हैं नॉन वेज, वेज खाने वालों में राजस्थान टॉप पर

तेलंगाना को देश में सबसे ज्यादा मीट खाने वाला राज्य बताया गया है। एक सर्वे के मुताबिक वहां पर 99 प्रतिशत लोग मीट खाते हैं। यह सर्वे ‘रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया' द्वारा करवाया गया था। इसमें 15 साल और उससे ऊपर के लोगों को शामिल किया गया था। इसमें से 98.8 प्रतिशत पुरुष और 98.6 प्रतिशत महिलाएं मांसाहारी निकलीं। तेलंगाना के बाद पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और केरल का नंबर...

More »

सुलगता सवाल : क्या मॉनसून की बारिश सूखे की भरपायी कर पायेगी ? सूखते जलागार, घटता जलस्तर, पेयजल और सिंचाई के संकट पर क्या कहते हैं विशेषज्ञ, नये शोध और आधिकारिक दस्तावेज...जानने के लिए यहां क्लिक करें.

लगातार दो सालों (2014-15 और 2015-16) में सामान्य से क्रमशः 12 और 14 फीसदी कम बारिश के कारण सूखे की मार झेल चुका देश इस साल मानसून से पहले भयावह गर्मी की चपेट में है. चैत के दिन जेठ के दुपहरिया की तरह तपे और देश के कई इलाकों में अप्रैल महीने में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से लेकर 46 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा जो कि सामान्य से...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close