उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दूर-दराज़ कोने में बसी हुई, शोर-ग़ुल और चहल-पहल भरी करावलनगर की बस्ती, अनौपचारिक क्षेत्र के उद्यमों का एक उभरता हुआ केन्द्र है, जहाँ बड़ी संख्या में प्रवासी मज़दूर और उनके परिवारों को रोज़गार मिलता है। ये उद्यम किसी भी मानक से छोटे नहीं है। वैश्विक सम्बन्धों की जटिल श्रृंखला में बँधे ये उद्यम, सालभर चालू रहते हैं और हज़ारों मज़दूरों के रोज़गार का स्रोत हैं। कई करोड़...
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करावलनगर की वॉकर फ़ैक्ट्रियों में मज़दूरों के हालात
उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में करावलनगर के औद्योगिक इलाके और उससे लगे क्षेत्र में वॉकर (छोटे बच्चों को चलने में मदद करने वाली साइकिल) और पालना बनाने वाली 14-15 छोटी-छोटी फ़ैक्ट्रियाँ हैं। ज़्यादातर फ़ैक्ट्रियों में 10-15 मज़दूर और कुछ में 30-40 मज़दूर काम करते हैं। ज़्यादातर फ़ैक्ट्रियाँ दलित बस्ती में हैं, कुछ करावलनगर गाँव, पंचाल विहार और दयालपुर में स्थित हैं। इनमें काम करने वाले ज़्यादातर मज़दूर झारखण्ड, बिहार और उत्तर प्रदेश से आये प्रवासी...
More »हैवानियतः मजदूर को पत्थरों से पीट-पीट मार डाला
मानपुरा. बद्दी के कल्याणपुर में एक श्रमिक की पत्थरों से पीट-पीट कर हत्या कर दी। आरोपी ने सुराग मिटाने के लिए शव पर पैट्रोल छिड़ककर जलाने की की कोशिश की। कामगार की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस ने घटनास्थल से मिले साक्ष्यों के आधार पर हत्या का मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। वीरवार सुबह सरसा नदी के पास बंद पड़ी अपर संडोली उठाऊ पेयजल योजना...
More »पांच साल में दोआबा के 70 हजार से ज्यादा लोग विदेशों से निर्वासित
जालंधर, 13 फरवरी (एजेंसी) विदेशों में डालर कमाने के लालच में अपना देश छोड़कर गए पंजाब के दोआबा क्षेत्र के हजारों लोग अब विभिन्न देशों से निर्वासित होकर स्वदेश लौटने को मजबूर हैं। एक अनुमान के अनुसार एनआरआई इलाके के रूप में पहचाने जाने वाले इस क्षेत्र के औसतन 38 लोग हर रोज निर्वासित होकर भारत लौट रहे हैं । जालंधर स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार पिछले पांच...
More »पांच साल में दोआबा के 70 हजार से ज्यादा लोग विदेशों से निर्वासित
जालंधर, 13 फरवरी (एजेंसी) विदेशों में डालर कमाने के लालच में अपना देश छोड़कर गए पंजाब के दोआबा क्षेत्र के हजारों लोग अब विभिन्न देशों से निर्वासित होकर स्वदेश लौटने को मजबूर हैं। एक अनुमान के अनुसार एनआरआई इलाके के रूप में पहचाने जाने वाले इस क्षेत्र के औसतन 38 लोग हर रोज निर्वासित होकर भारत लौट रहे हैं । जालंधर स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार पिछले पांच...
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