देहरादून। अनियोजित विकास राज्य में जल स्रोतों के लिए संकट बनकर खड़ा हो गया है। आलम यह है कि उत्तराखंड के 53 हजार 566 वर्ग किलोमीटर के भौगोलिक क्षेत्र में जलीय भूमि केवल 1.94 प्रतिशत ही शेष रही है। उत्तराखंड स्पेस एप्लिकेशन सेंटर (यू-सैक) ने सेटेलाइट के जरिए यह तस्वीर दिखाई है। ‘नेशनल वेटलैंड इनवेंटरी एंड एसेसमेंट’ प्रोजेक्ट के तहत राज्य में कुल 994 प्राकृतिक जल स्रोत चिन्हित किए गए,...
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मिलावट बढ़ी, मुनाफाखोरी भी
देहरादून। जो दूध आप तक 36 से लेकर 40 रुपए प्रति किलो तक पहुंच रहा है। उसके लिए दूध उत्पादकों को केवल 22-23 रुपए हासिल हो रहे हैं। सस्ता दूध चाहने की इच्छा रखने वालों के लिए खुले दूध का विकल्प है, लेकिन इसका सेवन खतरे से खाली नहीं। यूरिया, स्टार्च, सिंघाड़े का आटा मिला यह दूध कभी भी मुसीबत बन सकता है। अकेले दून में दो करोड़ से ज्यादा...
More »3 दशक बाद दुर्गावती जलाशय परियोजना में कार्य शुरू
सासाराम| तीन दशकों से लंबित पड़ी बिहार की सबसे बड़ी समझी जाने वाली रोहतास और कैमूर जिले की सीमा पर स्थित दुर्गावती जलाशय परियोजना का बुधवार से एक बार फिर कार्य प्रारंभ हो गया। इस मौके पर राज्य के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बहुप्रतीक्षित दुर्गावती जलाशय परियोजना में काम प्रारंभ हो गया है और इस परियोजना को अगले दो वर्ष में पूरा कर लेने की...
More »अब गांवों में भी होगी सौर ऊर्जा की रोशनी
पौड़ी गढ़वाल, जागरण कार्यालय : बिजली गुल हो भी जाए, तो कोई बात नहीं, अब सौर ऊर्जा की लाइटें राहगीर को रास्ता दिखलाएंगी। अक्षय ऊर्जा अभिकरण की ओर से अब तक 78 स्ट्रीट लाइट लगाई जा चुकी हैं, अभी कुल 113 लाइटें लगनी हैं। इस पर 5 लाख 65 हजार रुपए की धनराशि खर्च होगी। अक्षय विभाग अभिकरण इस योजना को कार्यरूप दे रहा है और इस पर कुल 5 लाख 65...
More »महिलाओं ने ठाना और संवार दी अपने परिवार की किस्मत
महासमुंद. महिलाएं अबला नहीं, अब सबला हो गई हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण बागबाहरा वनांचल के भलेसर पंचायत में देखने को मिल रहा है। पंचायत के आश्रिम ग्राम द्वारतरा की महिलाओं ने सरकारी मदद से सिलाई प्रशिक्षण का संचालन शुरू किया है। माडा पैकेज योजना से यहां की बीस महिलाओं को सिलाई मशीन का वितरण किया गया है। महिलाएं अब घर में ही रोजी कमाने में सक्षम हो गई हैं। योजना से लाभांन्वित मनोरमा...
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