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प्रशासन की बेरुखी से उजड़ रहे उत्तरकाशी के ये गांव, नहीं हुआ विकास

-द क्विंट, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से महज 3-4 किमी की दूरी पर बसे जसपुर, सिल्याण, निराकोट गांव की आबादी लगभग एक हजार के आस-पास है, लेकिन इन गांव के ज्यादातर लोग अब जिले के नगरपालिका क्षेत्र तिलोथ गांव या मुख्य बाजार में किराए के कमरों मे रहने को मजबूर है. गांव में पर्याप्त पानी, बिजली, खेती और मिश्रित जंगल मौजूद हैं लेकिन ऊंची पहाड़ी पर बसे इन गांव में दशकों...

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एमएसपी से आधे कीमत पर मक्का बेचने को मजबूर किसान

-डाउन टू अर्थ, कोविड-19 से लड़ने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन का असर मक्का किसानों पर देखने को मिल रहा है। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य तो दूर, मक्का बेचकर लागत तक नहीं मिल पा रहा है। इस वक्त मक्के का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1850 रुपए प्रति क्विंटल है, लेकिन सिवनी के मोहन सिंह ने कृषि उपज मंडी सिमरिया पर 5 जून तो 1020 रुपए में अपना मक्का बेचा। कमीशन...

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किसानों को पैकेज और अध्यादेशों से कोई फायदा नहीं

-आउटलुक, आजादी के बाद पिछले 70 साल से किसान घाटे का सौदा कर रहे हैं। एक तरफ उसकी जोत कम हो रही है, दूसरी तरफ उत्पादन की लागत बढ़ रही है। लेकिन उन्हें उपज बेचने पर लागत भी नसीब नहीं होती है। हर सरकार किसानों की पीड़ा का जिक्र चुनाव प्रचार में तो करती है, लेकिन जीतने के बाद पांच साल के लिए किसानों को भूल जाती हैं। जहां कोरोना से...

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सैनिटाइज़र खरीदने से पहले चेक कर लें, उसमें ये केमिकल तो नहीं है

-लल्लनटॉप, कोरोना काल में हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल बढ़ गया है. अलग-अलग तरह के सैनिटाइज़र्स बाज़ार में उपलब्ध हैं. ऐसे में सीबीआई ने मेथनॉल बेस्ड सैनिटाइजर्स के इस्तेमाल को लेकर सतर्क किया है. सीबीआई ने अलर्ट जारी किया है कि यह मानव शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है.  दरअसल, सैनिटाइजर्स में एल्कोहल मिलाया जाता है. दवाइयों में इस्तेमाल होने वाले क्लिनिकल एल्कोहल को एथनॉल कहते हैं. इसे फलों और फसलों को...

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#जीवनसंवाद: आत्महत्या के विरुद्ध होना क्यों जरूरी!

-लोकवाणी, सुशांत सिंह के साथ खड़े होने से बचिए! हमें आत्महत्या के विरुद्ध होना है. उसके साथ नहीं.हमारी समस्या यह है कि हम जीवित व्यक्ति के साथ कभी समय पर खड़े नहीं होते, लेकिन मातम के वक्त समय पर पहुंच जाते हैं. -दयाशंकर मिश्रा सुशांत सिंह राजपूत इस दुनिया का हिस्सा नहीं हैं. बिहार के पूर्णिया से मुंबई तक उनका सफर सपने सरीखा रहा. उनकी मृत्यु पर सब चकित हैं. ऐसे याद कर...

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