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ढींडसा ने मुखर्जी से मांगा कर्ज राहत पैकेज

चंडीगढ़. पंजाब के वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से पंजाब के लिए विशेष कर्ज राहत पैकेज मांगा है। ढींडसा दिल्ली में प्रणब मुखर्जी के कार्यालय में मुलाकात करने गए थे। ढींडसा ने मुखर्जी को पंजाब में किसानों की आर्थिक स्थिति से अवगत करवाया। ढींडसा ने अपील की कि पश्चिम बंगाल और केरल के लिए विशेष कर्ज राहत पैकेज देने की सिफारिशों के लिए वित्त कमीशन...

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स्विस बैंकों में रखे भारतीय धन में बढोतरी

नई दिल्ली : स्विट्जरलैंड ने आज कहा कि स्विस बैंकों में रखे भारतीयों का धन 2011 के अंत में 2.18 अरब स्विस फ्रैंक (करीब 12,740 करोड रुपये) रहा. पिछले पांच साल में यह पहला मौका है जब भारतीयों के रखे धन में वृद्धि हुई है. स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) ने स्विस बैंकों पर प्रकाशित सालाना पुस्तिका के अनुसार भारतीयों तथा इकाइयों ने सीधे 2.025 अरब स्विस फ्रैंक स्विस बैंकों में जमा...

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सरकार की आंख पर बंधी काली पट्टी, भगवान भरोसे हुई शिक्षा!

शिमला. प्रदेश के सरकारी विभागों में करीब 34 हजार पद खाली हैं। शिक्षा विभाग में सबसे अधिक 8,587 पद रिक्त हैं। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग में भी 3222 पद खाली हैं। ये पद कई सालों से नहीं भरे गए हैं। लोनिवि में डिविजनल अकाउंटटेंट के 3 पद 15 साल से खाली हैं। बिजली बोर्ड में इस वक्त 2240 पद रिक्त हैं। तृतीय श्रेणी के 2057, द्वितीय श्रेणी के 18 और प्रथम श्रेणी...

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विकास का पैसा कहां जाता है- विनीत नारायण

राज्य सरकारों ने 'वाटरशेड’ कार्यक्रम की जो रिपोर्ट भेजी है, उससे केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश सहमत नहीं हैं। बंजर भूमि, मरूभूमि और सूखे क्षेत्र को हरा-भरा बनाने के लिए केंद्र सरकार हजारों करोड़ रुपये राज्य सरकारों को देती आई है। लेकिन जिले के अधिकारी और नेता मिलीभगत से सारा पैसा डकार जाते हैं। झूठे आंकड़े राज्य सरकारों के माध्यम से केंद्र सरकार को भेज दिए जाते हैं। आईआईटी के पढे़ श्री रमेश को कागजी...

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शहर और गांव- एक देश की दो कहानी

देश में मौजूद विषमता की बात करते हुए अकसर कहा जाता है, यहां दो देश बसते हैं, एक भारत तो एक इंडिया। हाल के सालों में इसपर बहसें भी खूब हुई हैं और अब खुद एक सरकारी रिपोर्ट से जान पड़ता है कि अपने देश में “भारत” की सच्चाई कुछ और है, “इंडिया” की कुछ और। एक ऐसे समय में जब शहरी भारत की तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है और यही चलन नीति-निर्माताओं को पसंद भी आ...

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