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फोर्ब्स की 100 सबसे अमीर भारतीयों की लिस्ट में रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण

योग गुरु रामदेव के सहयोगी और पतंजलि आयुर्वेद के सह-संस्थापक बालकृष्ण का नाम अंतरराष्ट्रीय पत्रिका फोर्ब्स ने "100 सबसे अमीर भारतीयों" की सूची में शामिल किया है। 44 वर्षीय बालकृष्ण का नाम इस सूची में पहली बार शामिल हुआ है। पत्रिका ने उनकी संपत्ति 2.5 अरब डॉलर (16 हजार करोड़ रुपये) आंकी है। उन्हें सूची में 48वां स्थान दिया गया है। पत्रिका ने पतंजलि आयुर्वेद में 97 प्रतिशत की उनकी...

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संसद में घमासान: गूंजा ‘अरहर मोदी, अरहर मोदी’

नयी दिल्ली : लोकसभा में गुरुवार को महंगाई पर विपक्ष और सरकार के बीच जम कर घमसान हुआ. बढ़ती कीमतों को रोकने में असफल होने के विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि देश में थोक महंगाई घट रही है. जेटली ने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार से नीतिगत पंगुता की शिकार अर्थव्यवस्था और दोहरे अंकों वाली मुद्रास्फीति दर विरासत में...

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सब्सिडी : कल्याण या राजनीति? मुफ्तखोरी के दुष्चक्र में फंसता देश

ज्यादातर देशों में एक ओर जहां राजनीतिक पार्टियां चुनाव जीतने के लिए मुफ्तखोरी को हथियार बनाती हैं, वहीं इसी दुनिया में स्विटजरलैंड जैसा भी एक देश है, जहां की जनता ने सरकार की इस पेशकश को ठुकरा दिया. दूसरी तरफ भारत में देखें तो राजनीतिक पार्टियां और सरकारें मतदाताओं को लुभाने के लिए मुफ्तखोरी को बढ़ावा देनेवाली नीतियों को प्रश्रय देती रहती हैं भारत जैसे कल्याणकारी राज्य में सब्सिडी एक जरूरी...

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सुलगता सवाल : क्या मॉनसून की बारिश सूखे की भरपायी कर पायेगी ? सूखते जलागार, घटता जलस्तर, पेयजल और सिंचाई के संकट पर क्या कहते हैं विशेषज्ञ, नये शोध और आधिकारिक दस्तावेज...जानने के लिए यहां क्लिक करें.

लगातार दो सालों (2014-15 और 2015-16) में सामान्य से क्रमशः 12 और 14 फीसदी कम बारिश के कारण सूखे की मार झेल चुका देश इस साल मानसून से पहले भयावह गर्मी की चपेट में है. चैत के दिन जेठ के दुपहरिया की तरह तपे और देश के कई इलाकों में अप्रैल महीने में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से लेकर 46 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा जो कि सामान्य से...

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तानाशाही नेतृत्व, खैरात की राजनीति-- राजदीप सरदेसाई

बाहर से देखने पर जयललिता और ममता बनर्जी एक-दूसरे से उतनी ही भिन्न हैं, जितना इडली सांभर, माछेर झोल से। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री पोएस गार्डन की स्वयंभू साम्राज्ञी हैं। पहुंच से दूर ऐसी शख्सियत, जो राजसी ठाठ-बाट से रहती हैं। इसके ठीक विपरीत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सलवटों वाली साड़ी और चप्पलों में खुद को लोक नायिका के रूप में पेश करना पसंद करती हैं और सड़क पर संघर्ष करने...

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