दालों के साथ-साथ टमाटर, आलू और अन्य खाद्य पदार्थों के दामों में वृद्धि ने मोदी सरकार की चिंता बढ़ा दी है। महंगाई आम जनता को प्रभावित करने वाली सबसे बड़ी समस्या होती है, लेकिन यह आश्चर्यजनक है कि मोदी सरकार दाल और सब्जियों सरीखी आवश्यक वस्तुओं की कीमत में वृद्धि का सामना उन्हीं उपायों से करती नजर आ रही है, जो विगत में असफल साबित हो चुके हैं। बात चाहे...
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बिचौलियों का खेल है कीमत वृद्धि-- रघु ठाकुर
सरकार ने प्याज के निर्यात का फैसला किया है। कहा गया है कि किसानों को प्याज की पर्याप्त कीमत मिल सके, इसलिए प्याज के निर्यात का निर्णय किया गया। दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय सरकार ने प्याज के निर्यात पर यह कह कर रोक लगाई थी कि प्याज के दाम बहुत बढ़ गए हैं और उत्पादन और उपलब्धता कम है। उस समय शहरों के बाजारों में प्याज के दाम बढ़...
More »देशभर में दाल कारोबारियों पर छापेमारी
नई दिल्ली। आयकर विभाग ने मंगलवार को देश के तमाम शहरों में दाल कारोबारियों और जिंस कारोबार केंद्रों में छापे मारे। टैक्स चोरी की आशंका में यह कार्रवाई की गई है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली, मुंबई, नागपुर, इंदौर और उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में एक साथ छापे मारे गए। इस काम में 60 आयकर अधिकारियों की करीब 20 टीमें लगीं। दालों के कारोबार में टैक्स चोरी और संबंधित गतिविधियों की...
More »घटी सरसों की पैदावार तो बढ़े तेल के दाम
नई दिल्ली। दालों के साथ अब सरसों तेल भी अपना रंग बदलने लगा है। जिंस बाजार में सरसों तेल के मूल्य में तेजी का रुख बनने लगा है। राष्ट्रीय राजधानी में सरसों तेल का मूल्य पिछले छह महीने के भीतर करीब 25 फीसद बढ़कर 145 रुपये किलो तक पहुंच गया है। मूल्य वृद्धि के लिए बीते रबी सीजन में सरसों की कम पैदावार को जिम्मेदार बताया जा रहा है। पिछले...
More »महंगाई में किसका स्वार्थ है-- अश्वनी कुमार ‘शुकरात'
फिल्म ‘पीपली लाइव' का एक गीत काफी लोकप्रिय हुआ था। इस गीत के माध्यम से एक प्रमुख सामाजिक-आर्थिक समस्या महंगाई की ओर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया गया है। गीत के बोल हैं- ‘सइयां तो बहुत कमात हैं, महंगाई डायन खाए जात है।' यानी रात-दिन काम करने के बावजूद कमाई की अपेक्षा महंगाई कई गुना अधिक बढ़ती जा रही है। इसलिए घर में जो जरूरी पदार्थ आने चाहिए, वे...
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