पिछले दिनों आधे से अधिक महाराष्ट्र को जातीय हिंसा की आग ने जिस तेजी से अपनी चपेट में लिया, उससे आशंकित और आतंकित होना लाजिमी है। इस दौरान उन्माद में अंधे हो रहे लोगों ने पाठशाला से घर लौट रहे मासूमों की बसों तक पर पथराव किया। भय से कंपाते बच्चों को अपने सहपाठियों के यहां शरण लेनी पड़ी। उधर, उनके मां-बाप मुंबई महानगर के मुख्तलिफ हिस्सों में बेबसी जीने...
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शेल कंपनी कथा दूसरी कड़ी : काले धन के खिलाफ जंग राजधर्म है-- हरिवंश
राजनीति विचारधारा या भावना से चलती है और अर्थनीति शुद्ध स्वार्थ की नीितयों से. पिछले 60-70 वर्षों में एक तरफ राजनीति में भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक जंग की बात भारत में बार-बार हुई, तो दूसरी तरफ भ्रष्ट ताकतों ने आर्थिक नियमों, कंपनी कानूनों को ऐसा बनाया कि भ्रष्टाचार की जड़ें लगातार मजबूत होती गयीं. शेल कंपनियां ऐसे ही कंपनी कानूनों की उपज हैं, पर आश्चर्य यह है कि 60-70 वर्षों...
More »पीएम मोदी ने दिए संकेत, अब बेनामी संपत्ति के खिलाफ होगी बड़ी कार्रवाई
धर्मशाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ संकेत दिए हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में अब बेनामी संपत्ति के खिलाफ बड़ी कार्रवाई होगी। हिमाचल प्रदेश में मंडी जिले के सुंदरनगर और कांगड़ा जिले के रैत की चुनावी सभाओं में उन्होंने भ्रष्टाचार, कालाधन व बेनामी संपत्ति के संदर्भ में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। कहा, कांग्रेस नेताओं को बेनामी संपत्ति छिनने का डर सता रहा है। आठ नवंबर को कांग्रेसी छाती पीटेंगे,...
More »छत्तीसगढ़ पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को हिरासत में लिया, पत्रकारों ने की निंदा
गाजियाबाद : वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है. शुक्रवार 3.00 बजे तड़के छतीसगढ़ पुलिस ने गाजियाबाद स्थित उनके घर से हिरासत में ले लिया. पत्रकार विनोद वर्मा को गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने ले जाया गया, यहां उनसे कई घंटों तक पूछताछ की गई. गौरतलब है कि कि वर्मा इडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के सदस्य भी हैं. उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 384 और 506 के...
More »बाढ़ और राजनीति का मौसम --- प्रेम कुमार
बाढ़ ने भले ही देश में डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया हो या रेडक्रॉस ने भारत, नेपाल और बांग्लादेश में आयी बाढ़ को दक्षिण एशिया में गंभीर मानव संकट करार दिया हो, लेकिन भारत की राजनीति इस बाढ़ से सूखी है. ऐसा लगता है कि देश की राजनीति को कोई फर्क नहीं पड़ता कि अकेले बिहार में 1 करोड़ से ज्यादा लोग, तकरीबन पूरा...
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